क्या ईरान ने कराया दिल्ली में बम ब्लास्ट, लिफाफे में मिला जनरल सुलेमानी का नाम

दिल्ली में कल इज़रायली हुए दूतावास के बाहर हुए बम ब्लास्ट के बाद उसी जगह पर मिला लिफाफा, इज़रायल ने बताया आतंकी हमला, दिल्ली में दूसरी बार हुई इस तरह की घटना

Updated: Jan 30, 2021, 03:54 AM IST

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कल हुए बम ब्लास्ट के बाद घटनास्थल पर मिले एक लिफाफे ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि घटनास्थल पर मिले लिफाफे में एक चिट्ठी मिली है। इज़रायली दूतावास के नाम लिखी इस चिट्ठी में धमकी दी गई है कि ये तो सिर्फ ट्रेलर है, आगे ऐसे हमले और भी होंगे। इस पत्र में ईरान की कुद्स फोर्स के मशहूर कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी का नाम भी लिखा है। बता दें कि सुलेमानी ईरान के सबसे ताकतवर कमांडर माने जाते थे। जिनकी पिछले साल जनवरी में बगदाद में हुए एक अमेरिकी ड्रोन हमले में हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा पत्र में एक और व्यक्ति का नाम शामिल है जिसे ईरान ने शहीद का दर्जा दिया है।

इस बीच दिल्ली में कल हुए इस धमाके की NIA समेत तमाम एजेंसियों ने उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। हालांकि धमाका कम इंटेंसिटी वाला था, जिससे कोई घायल नहीं हुआ। सिर्फ पास में खड़ी तीन कारों के शीशे फूट गए। लेकिन इस कम ताकतवर धमाके का संदेश बड़ा है। इजरायल ने दिल्ली में हुए इस धमाके को आतंकी हमला करार दिया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इजरायल के अपने समकक्ष से बात की है। इस पूरे मामले की जानकारी देश के गृहमंत्री अमित शाह को दी गई है।

भारत की राजधानी के सबसे ज्यादा सुरक्षा वाले इलाके में धमाका होना सुरक्षा व्यवस्था में बहुत बड़ी चूक का उदाहरण माना जा रहा है। खास बात ये है कि धमाका उस वक्त हुआ, जब वहां से बमुश्किल दो किलोमीटर की दूरी पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह में देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री समेत तमाम VVIP मौजूद थे। यही नहीं धमाके वाली जगह से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के निवास की दूरी भी एक से दो किलोमीटर के बीच ही है। 

दूसरी बार इजराइली दूतावास पर हमला

हैरान करने वाली बात यह है कि राजधानी दिल्ली में यह पहली घटना नहीं है जब इजराइली दूतावास को निशाना बनाया गया है। यह दूसरा मौका है जब दिल्ली में इजरायल के दूतावास पर हमला हुई है। इससे पहले साल 2012 में इजरायल के राजनयिक तेल येहोशुआ और भारत के ड्राइवर एक ब्लास्ट में घायल हुए थे। यह एक मैगनेटिक ब्लास्ट था जिसमें कुल चार लोग घायल हुए थे। उस वक्त भी इज़रायल ने इस हमले के लिए ईरान को ही ज़िम्मेदार ठहराया था।