एनडीए सरकार में लोकतंत्र और संविधान खतरे में हैं, लोकमत कॉन्क्लेव में केंद्र सरकार पर बरसे दिग्विजय सिंह

सत्ता पक्ष के सदस्य संसद नहीं चलने दे रहे हैं, विपक्षी नेताओं के विरुद्ध हथियार के तौर पर ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है: दिग्विजय सिंह

Updated: Mar 14, 2023, 02:23 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मंगलवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित लोकमत कॉन्क्लेव में शामिल हुए। इस दौरान सिंह केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर दिखे। सिंह ने केंद्र की एनडीए सरकार पर लोकतंत्र और संविधान पर कुठाराघात करने का आरोप लगाया।

दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के बयान को लेकर संसद में हुए हंगामे पर कहा कि प्रधानमंत्री रहते नरेंद्र मोदी ने सात बार कांग्रेस और पूर्व की सरकारों की आलोचना की, जिसमें अटल जी की सरकार भी शामिल है। सिंह ने बताया पीएम मोदी ने टोरंटो में कहा था कि जिन्हें गंदगी खत्म करनी थी वे गंदगी कर के चले गए। पिछले 60 वर्षों की धूल हम साफ करेंगे। 

दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'पीएम मोदी ने कनाडा में कहा था कि यहां आने में भारत के प्रधानमंत्री को 42 साल लग गए। क्या ये कहने वाली बात थी? जर्मनी दौरे के समय उन्होंने कहा कि 2014 में भारत के दशकों की अस्थिरता समाप्त हो गई। उन्होंने संघाई में कहा कि लोगों को पहले भारतीय होने पर शर्म आती थी। मैं मोदी जी से पूछता हूं कि उन्हें शर्म आई थी क्या? दक्षिण कोरिया में नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले भारत के लोगों को शर्म आती थी की कहां पैदा हो गए। जरूर कोई पाप किए होंगे। अब हमें गर्व होता है।'

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चर्चा के दौरान सवालों का जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि, 'लोकतंत्र में और भारतीय संविधान में हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है। एनडीए सरकार ने तीन साल तक सुधा भारद्वाज को जेल में रखा। पत्रकार सिद्धकी कप्पन को जेल में डाला गया। एनडीए सरकार में लोकतंत्र खतरे में हैं। आज एमएलए को खरीदा जा रहा है और राज्यों की सरकार गिराई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी ने देश का बुरा हाल कर दिया है।

राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि, 'विपक्ष के जिन नेताओं ने मोदी सरकार के खिलाफ बात की है उनके पीछे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) लगी है। ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग को थोपा जा रहा है। नारायण राने भाजपा में जाते ही ठीक हो जाते हैं। हेमंत विश्व शर्मा बीजेपी गए और उनके सारे दाग साफ हो गए। बीजेपी में शामिल होते ही सारे नेता ईमानदार हो जाते है।'

मध्य प्रदेश कि राजनीति को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में सिंह ने कहा कि हमारे वरिष्ठतम नेता कमलनाथ हैं और उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। सिंधिया को लेकर उन्होंने कहा कि एक हफ्ते पहले तक सिंधिया किसानों को कर्जमाफि का प्रमाण बांट रहे थे। अचानक से भाजपा में चले गए। ये अवसरवादिता नहीं तो क्या है?

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आगामी लोकसभा चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब में सिंह ने कहा कि 2009 में कांग्रेस को 11 करोड़ वोट मिले थे। 2014 और 2019 में भी हमें 11 करोड़ वोट मिले। 2024 में हम गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर चुनाव ने जाएंगे। गरीबी उन्मूलन के लिए कांग्रेस ने न्याय योजना की पेशकश की है। इसके तहत सभी गरीब परिवारों को मासिक 6 हजार रुपए दिए जाएंगे।  

कश्मीर मुद्दे पर सिंह ने कहा कि 370 हटने से समस्या खत्म हो गई क्या? वहां के युवाओं को रोजगार मिल गया? अटल जी ने कहा था कि कश्मीर समस्या को हल करना है तो तीन बातों का ख्याल रखना होगा। एक है कश्मीरियत, दूसरा इंसानियत और तीसरा जम्हूरियत। सर्जिकल स्ट्राइक पर मेरा सवाल आर्मी से नहीं था बल्कि सरकार से था। अमित शाह ने कहा कि 300 आतंकी मारे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि साढ़े चार सौ आतंकी मारे गए। मेरा प्रश्न सरकार से था की कितने लोग मारे गए।'

हिंदू राष्ट्र के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि संविधान में कहीं हिंदू राष्ट्र का जिक्र नहीं है। सबको समान अधिकार देना ही लोकतंत्र का आधार है। नेपाल में 95 फीसदी हिंदू हैं बावजूद वहां संविधान सभा में यह तय किया कि हमें सेकुलर राष्ट्र होना चाहिए। मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान का आपके सामने उदाहरण है। वहां क्या हाल है। भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, पारसी सब हैं। विविधता में एकता ही हमारी ताकत है।