Mann Ki Baat: कृषि बिल के विरोध में किसान सड़क पर, पीएम मोदी ने कहा, नए कानूनों से किसानों को नुकसान नहीं फायदा

PM Modi: चुनावी मौसम में सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाई, किस्से-कहानियों की परंपरा सहेजने का संदेश भी दिया

Updated: Sep 27, 2020, 09:06 PM IST

Photo Courtesy:Twitter
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' पर आज किसान आंदोलन का असर साफ नज़र आया। देश को 69वीं बार अपने 'मन की बात' सुनाने की शुरूआत उन्होंने किस्से-कहानियों की परंपरा आगे बढ़ाने की अपील से की। लेकिन चुनावी मौसम के बीच वे जल्द ही हकीकत की दुनिया में लौट आए। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाने का प्रयास किया कि उनकी सरकार जो कृषि बिल लेकर आयी है, उनसे किसानों को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होगा। पीएम मोदी ने दावा किया कि नए कृषि बिल के कानून बन जाने पर किसानों को जहां ज्यादा दाम मिले वहां अपनी फसल बेचने की छूट मिल जाएगी। लेकिन नए बिल में MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं दिए जाने की किसानों की शिकायत या ठेके की खेती में कॉरपोरेट का दबदबा हो जाने की उनकी आशंकाओं के बारे में उन्होंने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। 

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इव स्टार होटल को सब्जी बेचकर करोड़ों कमाने वाले किसान की मिसाल
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संकट काल में किसानों ने दमखम दिखाया है। वे मजबूत होंगे तो आत्मनिर्भर भारत की नींव मजबूत होगी। पीएम ने कहा कि उन्हें खेती में आ रहे बदलावों के बारे में कई किसानों, संगठनों की चिट्ठियां मिलती हैं। उन्होंने हरियाणा के किसान कंवर चौहान के बारे में बताया, जिन्हें मंडियों से बाहर फल-सब्जी बेचने में दिक्कत आती थी। लेकिन 2014 में एपीएमसी एक्ट में बदलाव के बाद अब उनकी फल-सब्ज़ी फाइव स्टार होटलों में सप्लाई हो रही है और वे हर साल ढाई से तीन करोड़ रुपये कमा रहे हैं। हालांकि प्रधानमंत्री के मन की बात सुनने हुए किसी के मन में यह सवाल भी उठ सकता है कि दूर-दराज के गांवों में ज़मीन के छोटे से टुकड़े पर खेती करने वाले किसान भी क्या अपनी फल-सब्ज़ी सीधे फाइव स्टार होटलों को बेचकर करोड़ों की कमाई कर पाएंगे? 

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किस्से कहानियों की परंपरा को सहेजने का संदेश

प्रधानमंत्री ने देश में किस्से कहानियां सुनाने की परंपरा को याद करते हुए उसे आगे बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में ऐसे बहुत से लोग हैं जो इस विरासत को सहेज रहे हैं। उन्होंने कहानीकारों से आज़ादी की लड़ाई से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियों को सहेजने और आम लोगों को सुनाने की अपील भी की।

भगत सिंह, महात्मा गांधी समेत कई बड़ी हस्तियों को याद किया

प्रधानमंत्री ने सोमवार 28 सितंबर को आ रही शहीद भगत सिंह की जयंती का ध्यान दिलाते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। इसके साथ ही चुनावी सरगर्मियों के मौजूदा माहौल में प्रधानमंत्री ने चार साल पहले पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक की याद भी देश को दिलाई। प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात में महात्मा गांधी, लालबहादुर शास्त्री, जयप्रकाश नारायण, नानाजी देशमुख और राजमाता सिंधिया को भी याद किया। इन सभी के जन्मदिन अगले महीने यानी अक्टूबर में आते हैं।