उन्होंने कभी बदले की भावना से काम नहीं किया, गुलाम नबी ने फिर की पीएम मोदी की तारीफ

पीएम मोदी ने हमेशा आलोचनाओं को सहजता से स्वीकार किया, मैं कांग्रेस को बेनकाब और पूरी तरह से ध्वस्त नहीं करना चाहता: गुलाम नबी आजाद

Updated: Apr 04, 2023, 07:36 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस से बगावत कर अलग पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। आजाद ने कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा आलोचनाओं को सहजता से स्वीकार किया है। उन्होंने कभी बदले की भावना से काम नहीं किया। इतना ही नहीं उन्होंने आलाकमान पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं कांग्रेस को बेनकाब और पूरी तरह से पार्टी को ध्वस्त करना नहीं चाहता।

गुलाम नबी आजाद ने एक इंटरव्यू में कहा कि नरेंद्र मोदी काफी उदार थे। विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा चाहे वह धारा 370 हो या सीएए या हिजाब का मुद्दा। मैने सभी मुद्दों पर उन्हें घेरा। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा एक स्टेट्समैन की तरह व्यवहार किया। उन्होंने कभी बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की।

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आजाद ने आगे कहा, 'मैं कांग्रेस को पूरी तरह से एक्सपोज कर पार्टी को ध्वस्त नहीं करना चाहता हूं। मेरे कांग्रेस नेतृत्व के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसकी विचारधारा से मुझे कोई दिक्कत नहीं है। जवाहर लाल नेहरू, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी को जनता का समर्थन हासिल था। लोग उनका सम्मान करते थे। वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व का लोगों पर कोई प्रभाव नहीं है।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से संसद उनकी तारीफ किए जाने को लेकर आलोचकों पर पलटवार करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनका दिमाग दूषित हो गया है और उन्हें वापस किंडरगार्डन जाकर राजनीति की एबीसी सीखनी चाहिए। ऐसे व्यक्तियों को राजनीति की अपनी बुनियादी समझ पर फिर से विचार करना चाहिए। जो फेयरवेल स्पीच और एक नियमित भाषण के बीच अंतर नहीं कर सकते थे, उनका राजनीतिक कौशल सदिग्ध है।

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कांग्रेस के जी-23 ग्रुप के नेताओं के बीजेपी करीबी होने का आरोप पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ये बकवास है। उन्होंने तर्क देते हुए कहा, 'अगर जी-23 बीजेपी के प्रवक्ता थे तो उन्हें कांग्रेस ने सांसद क्यों बनाया? उन्हें सांसद, महासचिव और पदाधिकारी क्यों बनाया है? मैं अकेला हूं जिसने पार्टी बनाई है, बाकी लोग अभी वहीं हैं। ये दुर्भावनापूर्ण, अपरिपक्व और बचकाना आरोप है।'