गोवा को समझ नहीं पाईं ममता बनर्जी, TMC में शामिल नेताओं ने तीन महीने में ही छोड़ी पार्टी

गोवा की राजनीति में तृणमूल कांग्रेस की जितनी तेजी से एंट्री हुई उतनी ही तेजी से पार्टी अपने खात्मे के कगार पर पहुंची, एक साथ पांच नेताओं ने छोड़ी पार्टी, TMC को बताया भाजपा से भी बदतर

Updated: Dec 25, 2021, 03:08 PM IST

पणजी। गोवा की राजनीति में तृणमूल कांग्रेस की जितनी तेजी से एंट्री हुई थी उतनी ही तेजी से बिखरती दिख रही है। टीएमसी में शामिल नेताओं का तीन महीनों में ही मोहभंग होने लगा है। टीएमसी का दामन थामने वाले पांच बड़े नेताओं ने ममता को सांप्रदायिक बताकर पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

टीएमसी का दामन छोड़ने वाले ये वो नेता हैं, जिन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गोवा के पूर्व लुइजिन्हो फलेरो के साथ टीएमसी जॉइन किया था। उस दौरान खुद ममता बनर्जी गोवा आईं थीं और इन्हें आधिकारिक रूप पार्टी में शामिल कराया था। अपने साथ इन नेताओं को लाने के लिए पूर्व सीएम फलेरो को टीएमसी ने राज्यसभा का तोहफा भी दिया। 

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फलेरो के साथ टीएमसी जॉइन करने वाले शुरुआती नेताओं में पूर्व विधायक लवू ममलेदार ने शुक्रवार को ही ममता बनर्जी को इस्तीफा सौंप दिया था। इस्तीफा पत्र में ममलेदार ने तृणमूल को भाजपा से भी बदतर करार दिया है। ममलेदार के साथ राम किशोर परवार, कोमल परवार, सुजय मलिक, मांड्रेकर जैसे नेताओं ने भी अब ममता की पार्टी को अलविदा कह दिया है। 

टीएमसी से किनारा करने वाले नेताओं ने कहा है कि, 'हम इस उम्मीद के साथ पार्टी में शामिल हुए थे कि यह गोवा और गोवा के लोगों के लिए अच्छे दिन आएगा। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तृणमूल कांग्रेस ने गोवा के लोगों को नहीं समझ पाया है और सांप्रदायिकता की राजनीति करने लगा है। पोंडा के पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि टीएमसी गोवा को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश कर रही है। राज्‍य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले वह यहां रह रहे हिन्‍दू और ईसाई आबादी के बीच विभाजन की एक खाई पैदा करने की कोशिश कर रही है।

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विधानसभा चुनाव के पहले नए नेताओं का मोहभंग टीएमसी के लिए बड़ा झटका है। इन नेताओं का रुख देखकर माना जा रहा है कि गोवा ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक पर्यटन से ज्यादा साबित होने वाला नहीं है।बता दें की गोवा में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कई पार्टियां जुटी हुई है। कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी और टीएमसी भी चुनावी मैदान में हैं।