खट्टर ने कहा, हरियाणा में नहीं बिकने देंगे राजस्थान का बाजरा, तो कांग्रेस ने किया करारा पलटवार
राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, खट्टर ने ख़ुद ही खोली बीजेपी के एक देश एक बाज़ार के नारे की पोल

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने इस बयान को लेकर घिर गए हैं कि राजस्थान का बाजरा हरियाणा में नहीं बिकने दिया जाएगा। खट्टर को अपने इस ट्वीट की वजह से चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने खट्टर पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी के एक देश, एक बाज़ार के नारे की पोल खुद खट्टर जैसे नेता ही खोल रहे हैं।
दरअसल मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर कहा था कि हरियाणा की अनाज मंडियों में बाजरा 2150 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है, जबकि पड़ोसी राज्य राजस्थान में 1300 रुपये के भाव पर बाजरा बिक रहा है। इसलिए वहां से बाजरा लाकर हरियाणा में बेचने की शिकायतें मिल रही हैं। वहां का बाजरा यहां बिकने नहीं दिया जाएगा।
हरियाणा की अनाज मंडियों में बाजरा ₹2,150/ क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है, जबकि पड़ोसी राज्य राजस्थान में ₹1300 के भाव पर बाजरा बिक रहा है। इसलिए वहां से बाजरा लाकर हरियाणा में बेचने की शिकायतें मिल रही हैं। वहां का बाजरा यहां बिकने नहीं दिया जाएगा।
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 28, 2020
जिसके बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने उस पर पलटवार करते हुए कहा कि नए कृषि कानूनों के तहत एक देश एक बाजार के झूठ का पर्दाफाश खुद बीजेपी के मुख्यमंत्री कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम शुरू से यह कह रहे हैं कि केंद्र की बीजेपी सरकार यह काला कानून अपने कारोबारी मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए लाई है। इसीलिए देश का अन्नदाता आज सड़कों पर है। आंदोलन करने पर मजबूर है।
नए कृषि कानूनों के तहत #एक_देश_एक_बाजार के झूठ का पर्दाफाश खुद भाजपा के मुख्यमंत्री कर रहे हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 29, 2020
हम शुरू से यह कह रहे हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार यह काला कानून अपने कारोबारी मित्रों को फायदा पहुँचाने के लिए लाई है, इसीलिए देश का अन्नदाता आज सड़कों पर है,आंदोलन करने पर मज़बूर है https://t.co/mHar4MnSqw
डोटासरा ने अपने दूसरे ट्वीट में बीजेपी नेताओं को घेरा। उन्होंने कहा कि कि सतीश पूनिया और गुलाबचंद कटारिया आपकी पार्टी के मुख्यमंत्री के बयान पर आपकी चुप्पी यह साबित करती है कि किसानों के लिए एक देश एक बाजार के आपके दावे खोखले थे। आपने अन्नदाता के साथ धोखा किया है। कृपया चुप्पी तोड़कर अपना पक्ष रखें। नहीं तो प्रदेश के किसानों को जवाब देना मुश्किल होगा।
.@DrSatishPoonia जी और गुलाबचंद कटारिया जी, आपकी पार्टी के CM के बयान पर आपकी चुप्पी यह साबित करती है कि किसानों के लिए #एक_देश_एक_बाजार के आपके दावे खोखले थे,आपने अन्नदाता के साथ धोखा किया है।कृपया चुप्पी तोड़कर अपना पक्ष रखें नहीं तो प्रदेश के किसानों को जवाब देना मुश्किल होगा pic.twitter.com/beDjw5jxLu
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) November 29, 2020
वहीं दूसरी तरफ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव ने भी मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'खट्टर साहब आपकी सरकार 'एक देश एक मंडी' व्यवस्था लागू कर चुकी है फिर आप पड़ोसी राज्य क्या अगर दक्षिणी भारत या पूर्वी भारत से भी कोई यहां अनाज बेचने आता है तो आप कैसे रोक सकते हैं? बीजेपी की इन्हीं दोहरी नीतियों के चलते किसान आक्रोशित है।
खट्टर साहब आपकी सरकार ‘एक देश एक मंडी’ व्यवस्था लागू कर चुकी है फिर आप पड़ोसी राज्य क्या अगर दक्षिणी भारत या पूर्वी भारत से भी कोई यहाँ अनाज बेचने आता है तो आप कैसे रोक सकते है? बीजेपी की इन्हीं दोहरी नीतियों के चलते किसान आक्रोशित है। #IamWithFarmer #KisanKiBaat https://t.co/LmkZpwiXVH
— Sanjay Yadav (@sanjuydv) November 29, 2020
मनोहर लाल खट्टर के इस ट्वीट से यह बात तो जाहिर होती है कि प्रधनमंत्री मोदी के खास मुख्यमंत्री ही उनकी बात मानने को तैयार नहीं रहे हैं। इसी वजह से किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। पीएम मोदी लगातार कह रहे हैं कि देश का किसान देश के किसी भी कोने में अपनी फसल बेच सकता है। लेकिन खट्टर ने यह बात मानने से इंकार कर दिया है। यहां सवाल यह उठता है कि इस स्थिति में किसान आंदोलन ना करें तो क्या करें?