Love Jihad: हरियाणा में कथित लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की तैयारी

Anil Vij: हरियाणा सरकार के गृह मंत्री अनिल विज ने ट्विटर पर दी जानकारी, यूपी सरकार भी कथित लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बात कर चुकी है

Updated: Nov 01, 2020, 11:21 PM IST

Photo Courtesy: Indian Express
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फरीदाबाद। उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा सरकार भी कथित लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने पर विचार कर रही है। हरियाणा सरकार में गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। अनिल विज ने  ट्विटर के माध्यम से कहा है कि हरियाणा में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने पर विचार किया जा रहा है।

अनिल विज ने बताया कि एसआईटी बल्लभगढ़ मामले की जांच की शुरुआत 2018 करेगी। क्योंकि इस मामले में दो हजार अट्ठारह में बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज करवाने के बाद ऐसी क्या नौबत आई थी, जिसकी वजह से परिजनों ने खुद शपथ पत्र देकर शिकायत वापस ले ली। इस केस को फिर से चालू कर इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में धर्म परिवर्तन और लव जिहाद की दृष्टि से भी जांच कराई जाएगी।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि फरीदाबाद हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने का निर्णय हरियाणा सरकार पहले ही ले चुकी है। इससे आरोपी को जल्दी सजा मिलेगी। फरीदाबाद पुलिस को भी जल्द से जल्द अदालत में चालान पेश करने की हिदायत दी गई है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रतिदिन की जाएगी। 

गौरतलब है कि बीते दिनों हरियाणा के बल्लभगढ़ थाना इलाके में मिल- प्लांट रोड के पास बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता तोमर का 2 कार सवार लड़कों ने अपहरण करने की कोशिश की थी। ऐसा करने में नाकाम रहने पर उन्होंने निकिता को गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी इसके पहले 2018 में भी निकिता के अपहरण की कोशिश कर चुके थे जिसमें वे नाकाम रहे थे। इस संबंध में निकिता के परिवार ने शिकायत दर्ज कराई थी, पर उसके बाद उन्होंने शपथ पत्र देकर अपनी शिकायत वापस ले ली थी। यह पूरा मामला हरियाणा में इस समय बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है। राजनेता इसे लव जिहाद का मामला बता रहे हैं। 

आपको बता दें कि जो बीजेपी यूपी, हरियाणा समेत तमाम राज्यों में कथित लव जिहाद को बड़ा मुद्दा बनाती रहती है, उसी की केंद्र सरकार संसद में लिखकर दे चुकी है कि देश में लव जिहाद जैसा कोई मामला कभी सामने नहीं आया और न ही देश के संविधान या कानून में ऐेसे किसी अपराध की कोई व्याख्या की गई है। फिर भी अपनी सियासत चमकाने के लिए अपहरण, रेप या धोखाधड़ी जैसे आपराधिक मामलों को धर्म का चोला पहनाकर, उसे लव जिहाद का नाम देकर, लोगों की भावनाएं भड़काने की कोशिशें होती रहती हैं।