हिमाचल के CM जयराम ठाकुर भी दिल्ली तलब, फेरबदल की अटकलें शुरू

हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को आज बीजेपी हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है, जयराम ठाकुर आज जेपी नड्डा से मुलाकात करने वाले हैं, एक ही हफ्ते में दूसरी बार होने वाली इस दिल्ली यात्रा को लेकर अटकलों का बाजार गरम हो गया है

Updated: Sep 14, 2021, 07:42 AM IST

नई दिल्ली। बीजेपी के मुख्यमंत्री बदलो अभियान के अब शिमला पहुंचने की अटकलें तेज हो गई हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को आज पार्टी हाईकमान ने दिल्ली तलब किया है। जिसके बाद से ही हिमाचल प्रदेश के नेतृत्व में भी फेरबदल के कयास लगने शुरू हो गए हैं। 

जयराम ठाकुर को अचानक दिल्ली बुलाए जाने पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस ने सीएम की दिल्ली यात्रा को लेकर यहां तक कह दिया है कि वे अब अपनी कुर्सी बचा लें। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि बीजेपी पांच राज्यों के नहीं 6 राज्यों के सीएम बदलने वाली है। इसमें अगला नंबर जयराम ठाकुर का ही है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बीजेपी के प्रति जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है। 

हिमाचल प्रदेश में सीएम बदले जाने की अटकलें जयराम ठाकुर को अचानक दिल्ली बुलाए जाने के बाद शुरू हुई है। जयराम ठाकुर एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार दिल्ली गए हैं। इससे पहले बीते बुधवार को वे दिल्ली दौरे पर गए थे। जयराम ठाकुर ने तब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने राष्ट्रपति से मुलाकात की थी।

दिल्ली से लौटने के क्रम में जयराम ठाकुर उज्जैन के लिए रवाना हुए थे। रविवार को वे शिमला पहुंचे ही थे कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें दिल्ली तलब कर लिया। शनिवार को गुजरात के तत्कालीन सीएम विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद जिस तरह से जयराम ठाकुर को दिल्ली बुलाया गया, उससे हिमाचल प्रदेश में भी फेरबदल के दावे किए जाने लगे हैं। 

इसी साल बीजेपी ने अब तक अपने पांच सीएम बदले हैं। उत्तराखंड में गुटबाजी से परेशान होकर बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफा ले लिया। त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन वे भी ज्यादा दिन तक कुर्सी पर नहीं टिक पाए। जिसके बाद बीजेपी ने पुष्कर धामी को सीएम की कुर्सी सौंपी। 

वहीं असम में विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद बीजेपी ने अपने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की जगह कांग्रेस से बीजेपी में गए हिमंत बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बना दिया। जून महीने में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिंहासन डोलने की खबरें आई थीं। लेकिन योगी आदित्यनाथ से बीजेपी ने इस्तीफा नहीं लिया।

कर्नाटक में भी जुलाई महीने के अंत में तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को हटाकर बीजेपी ने बस्वराज बोम्मई को सीएम नियुक्त कर दिया। बीते शनिवार मुख्यमंत्री बदलो अभियान के तहत गुजरात के सीएम विजय रुपाणी की कुर्सी की भी बलि ले ली गई। 

मुख्यमंत्री बदलो अभियान की सुगबुगाहट अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी शुरू हो गई है। लेकिन मुख्यमंत्री बदलने की सबसे ज्यादा संभावना कहीं जताई जा रही है, तो वह मध्य प्रदेश है। 2014 लोकसभा चुनावों से पहले मोदी विरोधी गुट के नेताओं में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह का नाम हुआ करता था। प्रधानमंत्री बनने के बाद मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान को केंद्र में कृषि बनने का ऑफर भी दिया गया था। लेकिन तमाम उठापटक के बावजूद शिवराज सीएम की कुर्सी पर काबिज रहे। 

लेकिन 2018 के विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी के हाथों से सत्ता छिटक गई। कांग्रेस की कमल नाथ सरकार गिराने के बाद शिवराज सत्ता में वापस तो लौटे, लेकिन तब तक बीजेपी में कई नेता सीएम पद के दावेदार बन गए। मध्य प्रदेश बीजेपी में इस समय गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद पटेल के नाम सीएम पद की रेस में चल रहे हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी लगातार यह तंज कस रही है कि मुख्यमंत्री बदलो अभियान का अगला शिकार सीएम शिवराज ही होने वाले हैं।