उम्मीद है अडानी NDTV की विश्वसनीयता को बनाए रखेंगे: एनडीटीवी के फाउंडर्स प्रणय और राधिका रॉय का बयान

अडानी ने एक ऐसे ब्रांड में निवेश किया है जो भरोसे, विश्वसनीयता और स्वतंत्रता का पर्याय है, उम्मीद है कि वह इन मूल्यों को बनाए रखेंगे: एनडीटीवी के फाउंडर्स प्रणय और राधिका रॉय का बयान

Updated: Dec 23, 2022, 03:58 PM IST

नई दिल्ली। स्वतंत्र मीडिया की छवि वाले एनडीटीवी पर अब पूरी तरह से गौतम अडानी का कब्जा हो गया है। एनडीटीवी के फाउंडर्स प्रणय और राधिका रॉय ने एनडीटीवी की अपनी अधिकांश हिस्सेदारी उन्हें बेच दी है। उन्होंने शुक्रवार देर शाम साझा बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी है। साथ ही उम्मीद जताई है कि अडानी एनडीटीवी की विश्वसनीयता को बनाए रखेंगे।

प्रणय और राधिका रॉय ने अपने बयान में लिखा है कि, 'हमने साल 1988 में एनडीटीवी की शुरुआत इस विश्वास के साथ की थी कि भारत में पत्रकारिता विश्वस्तरीय है, लेकिन इसे बढ़ने और चमकने के लिए अभी एक मजबूत और प्रभावी प्रसारण मंच की जरूरत है। 34 साल बाद हम मानते हैं कि एनडीटीवी एक ऐसी संस्था है जिसने हमारी बहुत सारी उम्मीदों और आदर्शों को पूरा किया है। हमें इस बात का गर्व है कि भारत और एशिया सहित दुनिया भर में एनडीटीवी को सबसे विश्वसनीय न्यूज चैनल के रूप में मान्यता प्राप्त है।'

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रॉय दंपत्ति ने आगे कहा कि AMG मीडिया नेटवर्क हालिया ओपन ऑफर के बाद अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयर धारक है। जिसके तहत हमने आपसी समझौते से एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयरों को एएमजी मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला किया है। ओपन ऑफर लॉन्च होने के बाद से गौतम अडानी के साथ हमारी चर्चा सकारात्मक रही। अडानी ग्रुप ने हमारे द्वारा दिए गए सभी सुझावों को सकारात्मकता से स्वीकार किया।'

बयान में आगे लिखा गया है कि, 'अडानी ने एक ऐसे ब्रांड में निवेश किया है जो भरोसे, विश्वसनीयता और स्वतंत्रता का प्रतीक है। हमें इस बात की उम्मीद है कि वह इन मूल्यों को बनाए रखेंगे तथा इस संस्था के एक लीडर के तौर पर आवश्यक सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह करेंगे। हम एनडीटीवी और इसकी पूरी असाधारण टीम के विकास का अगला चरण देखने के लिए उत्सुक हैं, जिस पर भारत गर्व कर सकता है।'

बता दें कि NDTV एक प्रमुख मीडिया हाउस है जो एनडीटीवी 24x7, एनडीटीवी इंडिया और एनडीटीवी प्रॉफिट नाम के तीन राष्ट्रीय चैनलों का संचालन करती है। एनडीटीवी कि छवि स्वतंत्र मीडिया घराने रूप में रही है। अपने आलोचनात्मक दृष्टिकोण के लिए एनडीटीवी दर्शकों के बीच मशहूर है। हालांकि, प्रणव, राधिका रॉय और रवीश कुमार के इस्तीफे के बाद एनडीटीवी पूरी तरह से कॉरपोरेट के कब्जे में चला गया। ऐसे में अब दर्शकों का मानना है कि चैनल का फोकस जनहित के मुद्दों को उठाने के बजाए व्यवसाय पर ज्यादा रहेगा।