कर्नाटक: मुख्यमंत्री बनाने के लिए मांगे थे 2500 करोड़ रुपए, बीजेपी विधायक का सनसनीखेज दावा

बीजेपी विधायक ने ये भी दावा किया कि जो लोग 50-100 करोड़ रुपये देने को तैयार थे, उन्हें मंत्री बनाने की पेशकश। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सीबीआई जाँच की मांग की है।

Updated: May 07, 2022, 09:08 AM IST

बेंगलुरु। कर्नाटक के एक बीजेपी विधायक ने सनसनीखेज दावा किया है। पूर्व सांसद और विजयपुरा शहर के विधायक बसनगौड़ा पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया गया था। इसके ऐवज में उनसे ढाई हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था करने को कही गई थी। कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने CBI जांच की मांग करते हुए कहा है कि कर्नाटक में हर एक काम के लिए एक रेट फिक्स है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी विधायक ने बेलगावी में अपने भाषण के दौरान कहा, 'राजनीति में कई चोर हैं जो दावा करते हैं कि वे आपको टिकट दे सकते हैं, आपको दिल्ली ले जा सकते हैं, सोनिया गांधी, जेपी नड्डा से मिला सकते हैं। दिल्ली के कुछ लोगों ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि अगर आप 2,500 करोड़ रुपये देंगे तो हम आपको मुख्यमंत्री बनाएंगे।' बीजेपी नेता ने यह भी दावा किया कि जो लोग 50-100 करोड़ रुपये देने को तैयार थे, उन्हें मंत्री बनाने की पेशकश थी।

बीजेपी विधायक बसनगौड़ा पाटिल ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर भी निशाना साधा। बीजेपी विधायक ने कहा, 'मैंने येदियुरप्पा को नीचे लाने का संकल्प लिया था। येदियुरप्पा ने सोचा कि अगर मैं यतनाल को मंत्री बना दूंगा, तो मेरे बेटे बीवाई विजयेंद्र का क्या होगा? इसलिए उन्होंने मुझे रौंदा और मेरे द्वारा मांगे गए किसी भी काम को नहीं किया। मैंने उन्हें जो भी पत्र दिए थे, उन्हें एक तरफ रख दिया। मैं वहां गया और उनसे कहा कि यह आखिरी बार है और जब तक आप मुख्यमंत्री हैं, तब तक मैं आपके कक्ष में नहीं आऊंगा। तुम्हें हटाकर ही मैं यहां आऊंगा।'

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने इस पूरे मामले पर कहा कि जब बासनगौड़ा पाटिल यतनाल के पास सब कुछ उपलब्ध है तो बीजेपी को और क्या सबूत चाहिए? हम किसी का इस्तीफा नहीं मांग रहे हैं। लेकिन भाजपा को पूछना चाहिए कि किसने उन्हें 2500 करोड़ के बदले सीएम पद की पेशकश की थी। इससे पहले, शिवकुमार ने कहा था कि यतनाल पूर्व मंत्री हैं, इसलिए उनके बयान को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसे गंभीरता से लेकर केस दर्ज किया जाना चाहिए। कांग्रेस इस मामले की जांच की मांग करती है। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है। इस पर देश में बहस होनी चाहिए।