IMA उत्तराखंड ने भेजा 1000 करोड़ की मानहानि का नोटिस, कहा लिखित में माफी मांगें बाबा रामदेव

आईएमए उत्तराखंड ने रामदेव को भेजे नोटिस में कहा है कि रामदेव एलोपैथी का ए तक नहीं जानते, इसके साथ ही आईएमए ने रामदेव को उन अस्पतालों का नाम बताने के लिए कहा है, जिनमें रामदेव ने अपनी दवा कोरोनिल का ट्रायल किया है

Updated: May 26, 2021, 09:22 AM IST

Photo Courtesy: Times Of India
Photo Courtesy: Times Of India

नई दिल्ली। एलोपैथी को लेकर दिए विवादित बयान के बाद बाबा रामदेव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रामदेव को आईएमए उत्तराखंड ने नोटिस थमा दिया है। जिसमें आईएमए ने रामदेव को लिखित में माफी मांगने के लिए कहा है। इसके साथ ही आईएमए ने रामदेव को अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए एक वीडियो भी जारी करने के लिए कहा है। आईएमए ने इसके लिए रामदेव को 15 दिन की मोहलत दी है।

यह भी पढ़ें : एलोपैथी को लेकर मूर्खतापूर्ण टिप्पणी पर घिरे रामदेव, स्वास्थ्य मंत्री बोले- दुर्भाग्यपूर्ण बयान वापस लें

आईएमए ने रामदेव को भेजे नोटिस में कहा है कि वे लगातार अपने बयानों से डॉक्टरों का अपमान कर रहे हैं। आईएमए ने कहा है कि अगर रामदेव अपने बयानों को लेकर माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत आईएमए मुकदमा दर्ज कराएगा। आईएमए ने रामदेव को चेतवानी देते हुए कहा है कि अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर रामदेव ने माफी नहीं मांगी, तो आईएमए उनके खिलाफ एक हजार करोड़ की मानहानि का दावा ठोकेगा। 

यह भी पढ़ें : ऑक्सीजन की कमी से नहीं, एलोपैथिक दवाइयों के कारण हुई लाखों लोगों की मौत, बाबा रामदेव का विवादित बयान

आईएमए ने रामदेव को यह भी कहा है कि आईएमए उनके हर प्रश्न का जवाब देने के लिए राज़ी है लेकिन पहले रामदेव अपनी योग्यता के बारे में बताएं। आईएमए ने रामदेव से यह भी पूछा है कि आखिर रामदेव ने कौन से अस्पताल में अपनी दवा का ट्रायल किया है, उन अस्पतालों के नाम भी रामदेव बताएं। आईएमए ने कहा है कि रामदेव एलोपैथी का ए तक नहीं जानते, और केवल अपना व्यापार चमकाने के लिए लगातार बेतुके बयान दे रहे हैं। 

यह भी पढ़ें : बाबा रामदेव के अवैज्ञानिक बयानों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे सरकार, IMA ने स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को लिखा पत्र

इससे पहले आईएमए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करने के संबंध में पत्र लिख चुका है। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री रामदेव से अपने बयान को लेकर माफी मांगने को भी कह चुके हैं। हालांकि रामदेव ने स्वास्थ्य मंत्री से कहा था कि उनके बयान का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया उसमें वे वॉट्सएप पर आया मेसेज पढ़ रहे थे। लेकिन दूसरी तरफ रामदेव की अनर्गल बयानबाज़ी रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। सोशल मीडिया पर रामदेव का एक और वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें रामदेव का कहना है कि एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के कारण हजारों एलोपैथी डॉक्टरों की जान चली गई। रामदेव की लगातार विवादित और बेतुकी बयानबाज़ी को देखते हुए आईएमए अब रामदेव को ज़रा भी बख्शने के मूड में नहीं है।