भारत के पाले में दुनिया के 46% संक्रमित, हर चौथा शव भी भारतीय

कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में भारत ने दुनिया को पछाड़ा, अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी, पड़ोसी देशों पर भी मंडराया खतरा

Updated: May 06, 2021, 05:04 AM IST

Photo Courtesy: News18
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत को बुरी तरह से तबाह कर दिया है। कोरोना के नए मामलों की संख्या में भारत ने दुनिया के सभी देशों को पछाड़ दिया है। दुनियाभर में दर्ज हो रहे नए कोरोना के मामलों में लगभग 46 प्रतिशत केस भारत में दर्ज किए जा रहे हैं। चिंतित करने वाली बात यह है कि दुनियाभर की एक-चौथाई नई मौतें भी अकेले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं। यानी कोरोना से दुनियाभर में मरने वाला हर चौथा व्यक्ति भारतीय है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते पूरे विश्व में करीब 57 लाख कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से 26 लाख मामले अकेले भारत में दर्ज किए गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक पॉजिटिव केस में पिछले हफ्ते 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दुनियाभर में पिछले हफ्ते 93 हजार लोगों ने कोरोना से जानें गंवाई है। इनमें से 23 हजार 231 मृतक भारतीय हैं। 

संक्रमण और मौतों की ये संख्या भारत सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों से ली गई है। हालांकि, स्वास्थ्य और आपदा विशेषज्ञ इन आंकड़ों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में संक्रमितों और मृतकों की वास्तविक संख्या कई गुना ज्यादा है। चूंकि, भारत में संक्रमण और मौत के वास्तविक आंकड़े दर्ज ही नहीं किए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसे संकेत दिए हैं कि भारत में हुए कोरोना विरस्फोट अब पड़ोसी मुल्कों को भी अपनी चपेट में लेता जा रहा है। नेपाल में पिछले हफ्ते 31 हजार 88 नए मामले दर्ज किए गए। यह पहले की तुलना में 137 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। उधर श्रीलंका में भी कोरोना का फैलाव नियंत्रण से बाहर होता जा रहा है।

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देश की स्थिति पिछले एक महीने से इतनी बदतर हो गई है कि अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भारी किल्लत है। उधर कोरोना का सबसे जानलेवा स्ट्रेन मौत का तांडव मचा रहा है। अस्पतालों के बाहर एम्बुलेंस की लाइनें लगी हुई है और सैंकड़ों लोग एम्बुलेंस में हीं प्राण तोड़ रहे हैं। संक्रमितों का ऑक्सीजन लेवल गिरने के बाद परिजनों को मुश्किल से ऑक्सीजन मिल पाता है, कई मरीज तो ऑक्सीजन का इंतजाम होने से पहले ही काल के गाल में समा जा रहे हैं। भारत के इन हालातों ने विश्व को चिंता में डाल दिया है।