पूर्वी लद्दाख में 26 पॉइंट्स पर भारतीय सेना की पेट्रोलिंग बंद, चीनी घुसपैठ को लेकर बड़ा खुलासा

पूर्वी लद्दाख इलाके में करीब 26 प्वाइंट्स पर भारत गश्त नहीं कर पा रहा है, यह रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है, कांग्रेस ने कहा कि जिस जमीन की रक्षा करते हमारे 20 जवान शहीद हुए, PM मोदी ने उसे यूं ही छोड़ दिया।

Updated: Jan 25, 2023, 09:53 AM IST

नई दिल्ली। भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ को लेकर चिंताजनक खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक 65 में से 26 पेट्रोलिंग पॉइंट्स पर भारतीय सेना गश्त नहीं कर पा रही है। यानी बॉर्डर पर 26 गश्त वाली जगह जो भारत के हिस्से में थी वह अब चीन के कब्जे में है। भारत ने इन 26 पेट्रोलिंग पॉइंट्स तक अपनी पहुंच पूरी तरह से खो दी है।

केंद्र शासित प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की रिपोर्ट में यह चिंताजनक खुलासा हुआ है। लद्दाख के मुख्य शहर लेह की पुलिस अधीक्षक पीडी नित्या ने रिपोर्ट में लिखा है, 'वर्तमान में काराकोरम दर्रे से चुमुर तक 65 पीपी (पेट्रोलिंग पॉइंट्स) हैं, जहां इंडियन सिक्योरिटी फोर्सेज द्वारा नियमित रूप से पेट्रोलिंग किया जाना है। 65 पीपी में से, 26 पीपी में हमारी उपस्थिति समाप्त हो गई है। 5-17, 24-32, 37 पर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा कोई गश्त न करने के कारण यह हालात हुए हैं।

रिपोर्ट पिछले हफ्ते दिल्ली में देश के शीर्ष पुलिस अधिकारियों के वार्षिक सम्मेलन में दायर की गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भाग लिया था। इसमें कहा गया है कि, "बाद में, चीन हमें इस तथ्य को स्वीकार करने के लिए मजबूर करेगा कि इन क्षेत्रों में लंबे समय से ISF या भारतीय नागरिकों की उपस्थिति नहीं देखी गई है।जबकि चीनी इन क्षेत्रों में मौजूद थे। इससे आईएसएफ के नियंत्रण वाले सीमा में बदलाव हो जाएगा।

रिपोर्ट सामने आने के बाद विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने द हिंदू में छपी रिपोर्ट शेयर करते हुए लिखा है कि, "न्यूज चैनल्स इस खबर पर चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं? लद्दाख में हमारी ही जमीन पर हमारे सैनिक गश्त नहीं कर पा रहे। 65 पेट्रोलिंग पॉइंट्स में से 26 पर पेट्रोलिंग बंद है। जिस जमीन की रक्षा करते हमारे 20 जवान शहीद हुए, PM मोदी ने उसे यूं ही छोड़ दिया। क्यों?" 

बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने पीएम मोदी के उस जुमले की याद दिलाई है - हमारी सीमा में न कोई घुसा था और घुसा है। बता दें कि द हिंदू ने 22 दिसंबर, 2022 को खबर दी थी कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ पूर्वी लद्दाख में कम से कम 30 पीपी हैं, जहां अब भारतीय सैनिक गश्त नहीं कर रहे हैं। हालांकि रक्षा सूत्रों ने तब इस डेटा को खारिज करते हुए इसे गलत करार दिया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक इन प्वाइंट्स पर अप्रैल-मई 2020 से पहले नियमित रूप से गश्त हो रही थी। बाद में चीन ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के करीब अपने सैनिकों को जमा करना शुरू कर दिया था।इसके बाद 15 जून, 2020 को गलवान संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की जान गई थी। इस तनाव के बाद से LAC पर भारतीय सेना के पीछे हटने की खबरें आ रही है।