750 रुपए महंगा हुआ रसोई गैस कनेक्शन, आज से नई दरें लागू, रेगूलेटर की कीमत में 100 रुपए का इजाफा

पेट्रोलियम कंपनियों ने बैक डोर से रसोई गैस की कीमत बढ़ा दी है। इस बार यह बढ़ोत्तरी एलपीजी कनेक्शन लेने पर बढ़ाई गई है। एलपीजी का नया कनेक्शन लेने के लिए 14.2 किलोग्राम वजन के सिलेंडर के लिए अब 22 सौ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

Updated: Jun 16, 2022, 06:02 AM IST

Photo Courtesy: Mint
Photo Courtesy: Mint

नई दिल्ली। पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू गैस के नये कनेक्शन की कीमतों में 750 रुपए का इजाफा कर दिया है। नये कनेक्शन के लिए अब 22 सौ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। गुरुवार (16 जून) से नई दरें लागू हो गई है। अबतक 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस कनेक्शन के लिए 1450 रुपये देने होते थे। 

इसी तरह अगर कोई व्यक्ति यदि दो सिलेंडर लेता है तो उसे सिक्‍योरिटी के रूप में 4400 रुपये देने होंगे। पहले महज 29 सौ रुपये देने पड़ते थे। पांच किलोग्राम वाले सिलेंडर के लिए भी अब 350 रुपये ज्‍यादा देने होंगे। इंडियन आयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि पांच किलोग्राम के सिलेंडर की सिक्योरिटी राशि अब आठ सौ की जगह 1150 रुपये कर दी गई है।

यह भी पढ़ें: MP, CG सहित देश के कई राज्यों में गहराता तेल संकट, MP में तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की सप्लाई 30% घटाई

सिलेंडर के साथ दिए जाने वाले गैस रेगूलेटर की कीमत भी 100 रुपये बढ़ा दी गई है। रेगूलेटर के लिए अब 150 रुपये की जगह 250 रुपये खर्च करने होंगे। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ग्राहकों को भी नई दरों से झटका लगा है। यदि इन ग्राहकों ने अपने कनेक्शन पर सिलेंडर को डबल किया तो दूसरे सिलेंडर की बढ़ी हुई सिक्योरिटी राशि देनी होगी। 

पेट्रोलियम कंपनियां 14.2 किलोग्राम वजन वाला नॉन सब्सिडी रसोई गैस सिलेंडर 1065 रुपये में दे रही हैं। सिक्योरिटी अमाउंट 2,200 सौ रुपये हो गया है। इसके अलावा रेग्युलेटर के लिए 250, पासबुक के लिए 25 और पाइप के लिए 150 रुपये अलग देने होंगे। इस हिसाब से पहली बार गैस सिलेंडर कनेक्शन और पहले सिलेंडर के लिए 3,690 रुपये देने होंगे। जबकि चूल्हे के लिए अलग खर्च करना होगा।

कोविड-19 महामारी के बाद से देश में महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। घरेलू रसाई गैस सिलेंडरों के दामों में भी भारी उछाल आया है। इसके अलावा खाने-पीने की वस्‍तुएं और सब्जियों के दामों में हुई भारी बढ़ोतरी से आम लोगों के लिए घर चलाना काफी मुश्किल हो गया है।