लुफ़्थांसा एयरलाइंस के पायलट हड़ताल पर, दिल्ली एयरपोर्ट पर फंसे सैंकड़ों यात्री, दुनियाभर में 800 फ्लाइट्स रद्द
दुनियाभर में आज लुफ़्थांसा की 800 उड़ानों को रद्द किया गया है, इसकी वजह से सवा लाख से ज़्यादा यात्री परेशान हैं
 
                                    नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइंस में से एक जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस के पायलट हड़ताल पर चले गए हैं। इसकी वजह से भारत से जर्मनी के साथ ही यूरोप और अमेरिका जाने वाले यात्रियों दिल्ली एयरपोर्ट पर अटक गए हैं। गुरुवार-शुक्रवार की दर्मयानी रात में दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर लुफ्थांसा के यात्रियों ने जमकर हंगामा किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी 700 से ज़्यादा यात्री फंसे हैं। हंगामे के कारण एयरपोर्ट के अंदर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में लुफ़्थांसा एयरलाइंस की दो फ्लाइट्स थीं, जिनमें करीब 400 यात्रियों को म्यूनिख और फ़्रैंकफ़र्ट जाना था। लेकिन जब ये यात्री एयरपोर्ट पर पहुंचे तो इन्हें पता चला कि इनकी फ्लाइट्स रद्द हो गई हैं।
एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों में कुछ छात्र भी थे, जिन्हें अपना एग्जाम देने विदेश जाना था। एयरपोर्ट पर फंसने के बाद यात्रियों ने नारेबाजी की। यात्रियों के ज्यादा हंगामे के बाद एयरलाइन ने करीब दो सौ यात्रियों को दूसरी एयरलाइन के जरिए भेजा है। हालांकि, अभी भी 500 यात्री पूरे देश में फंसे हुए हैं।
दरअसल, लुफ़्थांसा एयरलाइंस के पायलट वेतन वृद्धि की मांग को लेकर एकदिवसीय हड़ताल पर हैं। जर्मनी की प्रमुख एयरलाइंस लुफ्थांसा की पायलट यूनियन ने अपने 5,000 से अधिक पायलटों के हड़ताल पर जाने की घोषणा की । यूनियन 5.5 प्रतिशत के इंक्रीमेंट की मांग की है। इससे दुनियाभर में 800 फ्लाइट्स कैंसिल हो चुके हैं। इसका असर दुनिया भर में लुफ्थांसा के करीब 1 लाख 30 हजार यात्रियों पर पड़ा है। अधिकांश यात्री एयरपोर्ट पर अटके हुए हैं।




 
                             
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
         
                                    
                                 
                                     
                                     
                                     
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								 
								