महाराष्ट्र के भंडारा में दर्दनाक हादसा, ज़िला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत

बीती रात क़रीब 1.30 बजे लगी आग, 7 बच्चों को बचा लिया गया, लेकिन 10 बच्चों ने आग में झुलसकर दम तोड़ दिया, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, शुरुआती जाँच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने का अनुमान

Updated: Jan 09, 2021, 08:09 PM IST

Photo Courtesy: TV9 Hindi
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नागपुर। महाराष्ट्र के भंडारा में दिल दहलाने वाला हादसा हुआ है। यहां ज़िला अस्पताल में बीती रात आग लगने से दस नवजात बच्चों की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से लेकर तीन महीने तक थी। ज़िला अस्पताल में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलने पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने इस पूरे मामले में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और भंडारा ज़िले के कलेक्टर और एसपी से बात कर जांच के आदेश दे दिए हैं। हादसे के बाद भंडारा ज़िला अस्पताल को पूरी तरह से बंद करा दिया गया है।

खबरों के मुताबिक भंडारा के ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU)  वार्ड में बीती रात करीब डेढ़ बजे आग लग गई। सबसे पहले एक नर्स ने धुआं निकलता देखा। उसी ने ड्यूटी पर तैनात बाकी कर्मचारियों को इसकी खबर दी। दमकल कर्मियों ने वार्ड से 7 बच्चों को तो सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन दस नवजात बच्चों को बचाया नहीं जा सका। दुर्घटना की खबर मिलते ही फौरन ज़िले के कलेक्टर संदीप कदम, एसपी वसंत जाधव, एएसपी अनिकेत भर्ती और सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि शुरूआती जांच के मुताबिक आग बिजली के शॉर्ट सर्किट से लगने की आशंका है। उन्होंने यह भी बताया कि दस में से तीन बच्चों की मौत आग में झुलसने से हुई जबकि सात बच्चों ने धुएं की वजह से दम तोड़ दिया। इस घटना पर गहरा दुख जताया है और मृत शिशुओं के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की मदद देने का एलान किया है। राजेश टोपे ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच करने के साथ ही साथ भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करने का आदेश भी दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर जांच में पता चला कि इस हादसे के लिए किसी तरह की लापरवाही जिम्मेदार है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

राष्ट्रपति और पीएम मोदी ने जताया शोक 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी ने भंडारा अस्पताल में हुई दुर्घटना को लेकर शोक जताया है। राष्ट्रपति ने कहा है कि 'महाराष्ट्र के भंडारा में हुए अग्नि हादसे में शिशुओं की असामयिक मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस ह्रदय विदारक घटना में अपनी संतानों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हृदय विदारक घटना में हमने नन्हीं और कीमती जानों को खो दिया। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है, मैं घायल बच्चों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। 

पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करे महाराष्ट्र सरकार : राहुल गांधी 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भंडारा की दुर्घटना पर दुख जताया है। इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से अपील की है कि को घायल और मरने वाले बच्चों के परिवारों की हर संभव मदद करे।