महाराष्ट्र में हालात नहीं संभले तो लग सकता है लॉकडाउन, मुख्यमंत्री ठाकरे ने चेतावनी के साथ दिया संकेत

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले बेतहाशा बढ़ते जा रहे हैं, इन हालात में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लॉकडाउन भी है एक विकल्प

Updated: Mar 19, 2021, 02:19 PM IST

Photo Courtesy : NDTV
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मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने की वजह से राज्य सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं। राज्य में चौबीस घंटे में अबतक के सर्वाधिक 25 हजार 833 नए मामले सामने आए हैं। बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को लेकर बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा है कि लॉकडाउन एक विकल्प है 

महाराष्ट्र में तेज रफ्तार कोरोना विस्फोट को लेकर सीएम ठाकरे ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि राज्य में हालात गंभीर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं लॉकडाउन को भविष्य के लिहाज से एक विकल्‍प के रूप में देखता हूं लेकिन मुझे यकीन है कि महाराष्ट्र के लोग, पिछली बार की तरह सहयोग करेंगे। पिछले साल जब कोरोना महामारी शुरू हुई थी तब वायरस से लड़ने के लिए 'कुछ भी' नहीं था। अब हमारे पास कवच के रूप में वैक्‍सीन है। अब हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है सभी को कोरोना का टीका लगे।' 

उद्धव ठाकरे ने लोगों से कोरोना का टीका लगवाने के लिए सामने की अपील की है। उन्होंने कहा, 'लोगों को बिना डर के टीका लगवाने के लिए सामने आना चाहिए। ऐसे कुछ मामले सामने आए हैं, जहां टीका लगने के बाद भी कोरोना संक्रमण हुआ, लेकिन ये जानलेवा नहीं होता।' उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने आश्‍वासन दिया है कि वैक्‍सीन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।

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बता दें कि पिछले साल जब से कोरोना संक्रमण का प्रकोप शुरू हुआ था तब से लेकर अबटक महाराष्ट्र में एक दिन में कोरोना के इतने केस नहीं आए जितना गुरुवार को दर्ज किया गया। इसी वजह से राज्य सरकार सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। सरकार ने आज कोरोना से संबंधित नई गाइडलाइंस भी जारी की है। आदेश के मुताबिक सभी थिएटर, ऑडिटोरियम और कार्यालयों को 31 मार्च तक 50 प्रतिशत क्षमता से काम करना होगा। सरकार ने सिर्फ स्वास्थ्य और अतिआवश्यक सेवाओं के लिए छूट प्रदान की है। सभी निजी कार्यालयों को भी 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करने को कहा गया है।