मोदी सरकार ने संसद और लोकतंत्र पर हमला किया है, 92 सांसदों के निलंबन पर बोले मल्लिकार्जुन खड़गे

मोदी सरकार ने संसद और लोकतंत्र पर हमला किया है। तानाशाही मोदी सरकार द्वारा अभी तक 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर, सभी लोकतांत्रिक प्रणालियों को कूड़ेदान में फेंक दिया गया है: खड़गे

Updated: Dec 18, 2023, 07:27 PM IST

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर दोनों सदन में आज जमकर बवाल देखने को मिला। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा एक दिन 78 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 विपक्षी सांसद शामिल हैं। इसी के साथ इस सत्र में अबतक कुल 92 सांसद सस्पेंड किए जा चुके हैं। सांसदों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीखी टिप्पणी की है।

खड़गे ने ट्वीट किया, '13 दिसंबर 2023 को संसद पर एक हमला हुआ, आज फ़िर मोदी सरकार ने संसद और लोकतंत्र पर हमला किया है। तानाशाही मोदी सरकार द्वारा अभी तक 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर, सभी लोकतांत्रिक प्रणालियों को कूड़ेदान में फेंक दिया गया है।'

खड़गे ने कहा कि हमारी दो सरल और सहज माँगे हैं। 1. केंद्रीय गृह मंत्री को संसद की सुरक्षा में गंभीर उल्लंघन पर संसद के दोनों सदनों में बयान देना चाहिए। 2. इस पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी अखबार को इंटरव्यू दे सकते हैं; गृह मंत्री टीवी चैनलों को इंटरव्यू दे सकते हैं... लेकिन, भारत की संसद जो देश के पक्ष-विपक्ष दोनों, पक्षों का प्रतिनिधित्व करती है, यहाँ भाजपा अपनी जवाबदेही से भाग रही है।

खड़गे ने आगे केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि विपक्ष-रहित संसद में मोदी सरकार अब महत्वपूर्ण लंबित कानूनों को बिना किसी चर्चा-बहस या असहमति से बहुमत के बाहुबल से पारित करवा सकती है।

बता दें कि सोमवार को पहले लोकसभा से नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद राज्यसभा से जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल समेत 45 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इन सांसदों की गलती सिर्फ इतनी थी कि वे संसद में घुसपैठ मामले में गृहमंत्री शाह से जवाब मांग रहे थे।

इससे पहले पिछले हफ्ते लोकसभा से 13 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। वहीं, राज्यसभा में डेरेक ओ ब्रायन पर निलंबन की कार्रवाई हुई थी। यानी अबतक कुल 47 सांसदों को सत्र से निलंबित कर दिया गया है।