देश का मिजाज: कोरोना काल में मोदी व शाह की लोकप्रियता में गिरावट, राहुल व प्रियंका गांधी हुए और पॉपुलर

इंडिया टूडे सर्वे के मुताबिक गृहमंत्री अमित शाह की लोकप्रियता में मामूली गिरावट, सीएम ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता में बढ़ोतरी

Updated: Aug 17, 2021, 11:06 AM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में पिछले एक साल के दौरान भारी गिरावट सामने आई है। तमाम प्रयासों और प्रचार-प्रसार से जुड़े अभियानों के बावजूद पीएम मोदी की लोकप्रियता एक साल में 66 फीसदी से गिरकर 24 फीसदी पर आ गई है। अंग्रेजी न्यूज़ चैनल इंडिया टूडे के मूड ऑफ़ द नेशन पोल के जरिए यह बात सामने आई है।

दरअसल, इस सर्वे में यह पूछा गया था कि भारत के लिए सबसे उपयुक्त अगला पीएम कौन होना चाहिए? अगस्त 2021 में सिर्फ 24 फीसदी लोगों ने मोदी को पहली पसंद बताया। जनवरी 2021 में यह आंकड़ा 38 फीसदी था। जबकि पिछले साल इसी महीने 66 फीसदी लोगों ने नरेंद्र मोदी को अपनी पहली पसंद बताया था। सर्वे के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को महज 7 फीसदी लोगों ने पीएम के लायक समझा है। जबकि जनवरी 2021 में यह आंकड़ा 8 फीसदी था। 

राहुल व प्रियंका हुए और लोकप्रिय

विपक्षी दलों की बात की जाए तो इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की लोकप्रियता में बढ़ोतरी हुई है। पोल के मुताबिक अगस्त 2021 में 10 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी को अपनी पहली पसंद बताया है। जनवरी 2021 में यह आंकड़ा सात फीसदी था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की लोकप्रियता बीते एक साल में दोगुनी हुई है। अगस्त 2020 में उन्हें दो फीसदी लोग ही पीएम मटीरियल समझते थे, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 4 फीसदी तक जा पहुंचा है।

यह भी पढ़ें: महात्मा गांधी ने जो कुछ कहा उसे कर के दिखाया, गांधी प्रतिमा के अनावरण के दौरान बोले राहुल गांधी

रोचक बात यह है कि पश्चिम बंगाल की सीएम व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की लोकप्रियता में भी दोगुनी रफ्तार से वृद्धि दर्ज की गई है। अगस्त 2020 में उन्हें भी महज दो फीसदी लोग ही पीएम मटीरियल मानते थे, लेकिन जनवरी 2021 यह आंकड़ा बढकर 4 फीसदी हो गया। वहीं, विधानसभा चुनाव में  बीजेपी को करारी शिकस्त देने के बाद अगस्त 2021 में यह आंकड़ा 8 फीसदी हो गया। बता दें कि मूड ऑफ द नेशन अगस्त 2021 सर्वे कार्वी इनसाइट्स द्वारा 10 जुलाई से 20 जुलाई के बीच किया गया था। यह पोल देश के 19 राज्यों के 115 लोकसभा और 230 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया है।