Narendra Modi Speech: प्रधानमंत्री मोदी के भाषण पर लाइक से ज्यादा डिसलाइक, बीजेपी को यूट्यूब पर छिपाने पड़े आंकड़े

More Dislikes Than Likes: बीजेपी के यूट्यूब चैनल पर लाइक से ज्यादा डिसलाइक आने लगे तो घबराई बीजेपी, नंबर दिखाने बंद किए तो कमेंट बॉक्स में झलका लोगों का गुस्सा

Updated: Oct 21, 2020, 03:37 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश के नाम ताज़ा संबोधन लगता है लोगों को पसंद नहीं आया। कम से कम भारतीय जनता पार्टी के यू ट्यूब चैनल पर लाइक्स और डिसलाइक्स की संख्या को देखकर तो ऐसा ही लगता है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार शाम 6 बजे जैसे ही भाषण देना शुरू किया, बीजेपी के यूट्यूब चैनल पर लाइक्स से ज़्यादा डिसलाइक्स नज़र आने लगे। शायद यह देखकर बीजेपी का यूट्यूब चैनल मैनेज करने वालों में खलबली मची, जिसके बाद लाइक्स और डिसलाइक्स की संख्या दिखाने का ऑप्शन बंद कर दिया गया।

यानी वीडियो को पसंद या नापसंद करने वाला बटन क्लिक करने का विकल्प तो खुला रहा, लेकिन यह दिखना बंद हो गया कि प्रधानमंत्री के भाषण को पसंद या नापसंद करने वालों की तादाद कितनी है। यह ऑप्शन बंद करने से पहले तक जो आंकड़े दिख रहे थे, उनके मीडिया में सामने आए स्क्रीन शॉट्स के मुताबिक़ जब 2800 लोग नरेंद्र मोदी के भाषण को लाइक कर रहे थे, तब डिसलाइक करने वालों की तादाद 4500 हो चुकी थी। लाइक्स, डिसलाइक्स की संख्या दिखाना बंद करने के बाद भी नीचे दिए कमेंट सेक्शन में लोगों की नाराज़गी भरी टिप्पणियों की भरमार बनी रही, जिससे यही लग रहा था कि लोगों को कोरोना पर प्रधानमंत्री का प्रवचन ज़्यादा पसंद नहीं आ रहा है।

दिलचस्प बात यह कि इसके बाद प्रधानमंत्री के पूरे भाषण के लिंक पर तो लाइक्स और डिसलाइक्स की संख्या दिखनी बंद हो गई, लेकिन उनके इसी भाषण के जो छोटे-छोटे टुकड़े बीजेपी ने अपलोड किए थे, वहां यह संख्या नज़र आती रही। नरेंद्र मोदी के भाषण की इन छोटी क्लिप्स पर भी लाइक से ज़्यादा डिसलाइक नज़र आए। मिसाल के तौर पर भाषण का एक हिस्सा इस हेडिंग के साथ डाला गया है, “जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती, हमें कोरोना से अपनी लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है: पीएम”, जिसमें यह ख़बर लिखने तक लाइक्स की संख्या 3200 और डिसलाइक्स की संख्या 8000 थी।

इसी तरह “दो गज की दूरी, साबुन से हाथ धोना और मास्क पहनने का ध्यान रखिए: पीएम मोदी” - इस हेडिंग के साथ अपलोड की गई वीडियो क्लिप पर सिर्फ़ 1700 लाइक्स के मुक़ाबले डिसलाइक्स की संख्या 5600 थी। बाक़ी ज़्यादातर क्लिप्स का हाल भी कुछ ऐसा ही है। हालांकि, पीएमओ, नरेंद्र मोदी और पीआईबी के चैनलों पर मोदी के भाषण पर डिसलाइक से ज्यादा लाइक्स थे। इसलिए वहां संख्या दिखती रही। नरेंद्र मोदी के ऑफिशियल चैनल पर मोदी के भाषण के लिंक पर आप कमेंट तो कर सकते थे, लेकिन बाकी लोगों के कमेंट देख नहीं सकते थे।

वैसे, ये कोई पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को लोगों ने पसंद से ज़्यादा नापसंद किया हो। इससे पहले उनके 30 अगस्त को प्रसारित मन की बात वाले संबोधन के साथ भी ऐसा हो चुका है। उस वक़्त भी ज़्यादा डिसलाइक्स की संख्या लाइक्स से कहीं ज़्यादा थी और इस ख़बर ने देश भर में काफ़ी सुर्खियां भी बटोरी थीं। एक दिलचस्प बात और। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी अड्डा के मंगलवार को बिहार के आरा में दिए चुनावी भाषण का वीडियो भी पार्टी के इसी यूट्यूब चैनल पर मौजूद है। और वहां भी यह ख़बर लिखने तक एक हज़ार लाइक्स के मुक़ाबले 2.5 हज़ार डिसलाइक्स नज़र आ रहे थे।