मोहन भागवत ने कहा हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढना ग़लत, कांग्रेस ने बताया अमेरिकी आलोचना का असर
देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर अमेरिका की आलोचना के बाद बदले संघ प्रमुख के सुर, कहा- हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों ढूंढना, हम सब एक ही हैं
नई दिल्ली। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर आरएसएस (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गुरुवार को एक ऐसा बयान दिया जिसकी विरोधी खेमें में भी तारीफ हो रही है। हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले भागवत ने कहा है की हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढना गलत है, और हम कोई दूसरा विवाद नहीं चाहते। अचानक हुए भागवत के इस हृदय परिवर्तन ने सबको चकित कर दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता गुरदीप सिंह सप्पल ने अचानक हुए इस परिवर्तन का कारण बताया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी आलोचना के का यह असर है कि अचानक मोहन भागवत ऐसी बातें करने लगे।
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— Gurdeep Singh Sappal (@gurdeepsappal) June 3, 2022
दरअसल, नागपुर में आरएसएस अधिकारी प्रशिक्षण शिविर के समापन सत्र को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि ज्ञानवापी का एक इतिहास है, जिसे हम बदल नहीं सकते हैं। वो इतिहास हमने नहीं बनाया है। ना आज के अपने आपको हिंदू कहने वालों ने बनाया है, न आज के मुसलमानों ने बनाया। हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों ढूंढना?'
उन्होंने आगे कहा कि, 'रोज एक नया मामला निकले, ये भी नहीं करना चाहिए… हम को झगड़ा क्यों बढ़ाना? ज्ञानवापी के बारे में हमारी श्रद्धा परम्परा से चलती आई है...पर हर मस्जिद में शिवलिंग क्यों देखना? वो भी एक पूजा है। ठीक है बाहर से आई है, लेकिन जिन्होंने इसे अपनाया है वो मुसलमान बाहर से संबंध नहीं रखते।'
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भागवत का यह बयान तब आया है जब भारत में अल्पसंख्यकों पर आए दिन होने वाले हमलों को लेकर अमेरिका ने न केवल चिंता जताई है बल्की मोहन भागवत का भी जिक्र है। अमेरिका विदेश मंत्रालय द्वारा इस मामले पर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि, भारत में 2021 में पूरे साल अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों के खिलाफ हत्या, मारपीट और धमकी समेत हमले होते रहे। इनमें गायों की सुरक्षा को लेकर हत्या या बीफ के व्यापार के आरोपों के आधार पर गैर हिंदुओं के खिलाफ हुए अपराध भी शमिल हैं। भारत सरकार के वैचारिक संरक्षक मोहन भागवत ने सार्वजनिक रूप से कहा कि यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय का DNA एक है।' इसी रिपोर्ट के आने के बाद भागवत के तेवर बदले बदले दिख रहे हैं।