राजनीति ना होती तो हजारों मजदूर घर होते

Lockdown 4.0: मुख्यमंत्री चाहें तो बीजेपी का झंडा लगाकर मजदूरों के लिए बसें चला दें.

Publish: May 21, 2020, 05:35 AM IST

Photo: Twitter Priyanka Gandhi
Photo: Twitter Priyanka Gandhi

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान काम बंद हो जाने के कारण अपने-अपने गृह राज्य लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की मदद करने को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और उत्तर प्रदेश सरकार को कांग्रेस पार्टी की ओर से मुहैया कराई गई बसें चलाने की अनुमति देना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहें तो बसों पर भाजपा का झंडा एवं पोस्टर लगवा दें, लेकिन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए उन बसों का इस्तेमाल करें।

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने वीडियो लिंक के माध्यम से एक बयान में कहा, ‘‘हम सबको अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी। ये श्रमिक भारत की रीढ़ की हड्डी हैं। उन्होंने भारत को बनाया है। हम सभी को इनकी मदद करनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीति करने का समय नहीं है। हर राजनीतिक दल अपने पूर्वाग्रहों को दूर करके लोगों की मदद में सेवा भाव के साथ शामिल हो।’’

उत्तर प्रदेश सरकार के साथ हुई बातचीत का सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘कुछ समय से हम कह रहे थे कि यूपी रोडवेज की बसें प्रवासी श्रमिकों के लिए उपलब्ध करा दीजिए। जब कई हादसे हुए और हमने देखा कि यूपी रोडवेज की बसें नहीं चलाई जा रही हैं तो हमने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी कि हम एक हजार बसें चला सकते हैं। इसके अलगे ही दिन यूपी के सीएम ने ऐलान किया कि यूपी रोडवेज की 12 हजार बसें हैं, उनका इस्तेमाल करेंगे आपकी बसों की हमें जरूरत नहीं है।’’

Clickमजदूरों के लिए बसों पर यूपी सरकार की ‘राजनीति’

प्रियंका ने आगे बताया कि, "अगले ही दिन यूपी सरकार की तरफ से कहा गया कि आप हजार बस की लिस्ट, चालक-परिचालक की लिस्ट पहुंचा दीजिए। इसके चार घंटे बाद लिस्ट दे दी गई। फिर देर रात एक और चिट्ठी मिली और कहा गया कि आप हजार बसें लखनऊ पहुंचा दीजिए सुबह 10 बजे। लेकिन इन बसों का मकसद तो एनसीआर क्षेत्र से लोगों को यूपी पहुंचाना था। हमने गाजियाबाद-नोएडा के लिए परमिट मांगा। इसके बाद पूरा मामला शुरू हुआ।"

उन्होंने कहा, ‘‘ चार बजे तक अगर आपको उनका इस्तेमाल करना है तो करिए। अगर आपको भाजपा के झंडे और स्टीकर लगाने हैं तो वह भी लगाइए। अगर आपको इस्तेमाल नहीं करना है तो मत करिए, हम बसों को वापस भेज देंगे। हम जैसे लोगों की मदद करते रहे हैं, वैसे आगे भी करते रहेंगे।’’

प्रियंका ने कहा कि अगर राजनीतिक गतिरोध का सिलसिला नहीं चलता तो अब तक हजारों मजदूर इन बसों से अपने घर जा चुके होते।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘श्रमिकों से हम कहना चाहते हैं कि पूरी कांग्रेस पार्टी आपके साथ है। हम अपनी क्षमता के अनुसार आपकी पूरी मदद करेंगे।’’

गौरतलब है कि बसों को लेकर पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहा है। दोनों तरफ से एक दूसरे को कई पत्र लिखे गए हैं।

Click: कार्बन उत्सर्जन में आई 17 प्रतिशत की कमी

उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि कांग्रेस ने 1000 से अधिक बसों का जो विवरण मुहैया कराया है, उनमें कुछ दोपहिया वाहन, एंबुलेस और कार के नंबर भी हैं।

इस पर कांग्रेस ने कहा कि उसकी ओर से मुहैया कराई गई सूची में, उत्तर प्रदेश सरकार ने खुद 879 बसों के सही होने की पुष्टि की है और उसे अब इन बसों को चलाने की अनुमति प्रदान कर देनी चाहिए।