केरल में बारिश ने मचाई तबाही, देखते ही देखते नदी में बह गया घर

केरल के कोट्टायम में नदी में बहा घर, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो, राज्य में बारिश की वजह से विभिन्न इलाकों में 24 लोगों की हो चुकी है मौत, 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी

Updated: Oct 18, 2021, 06:18 AM IST

Photo courtesy: Instagram
Photo courtesy: Instagram

मानसून जाते-जाते केलर में तबाही मचा रहा है। यहां 11 जिलों में लगभग 24 लोगों की मौत की खबर है। भारी बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है। केरल में हालात का अंदाजा सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के माध्यम से लगाया जा सकता है।  वीडियो में देखा जा सकता है कि भारी बारिश की वजह से कैसे तबाही मच गई है। केरल के कोट्टाय के मुंडकायम में रविवार को एक घर चंद सेकंड में बह गया। इलाके में दो दिन से भारी बारिश हो रही थी।

वहां एक नदी के तेज बहाव में पलक झपकते पक्का मकान बह गया। दरअसल सड़क के पीछे एक नदी बहती नजर आ रही है। उस नदी का उफान बेहद तेज था। जिसके कारण सड़क किनारे बना एक पक्‍का मकान पहले थोड़ा झुकता नजर आता है। फिर देखते देखते वह नदी में बह जाता है। इस घटना में कितने लोगों को नुकसान हुआ है। इसकी खबर सामने नहीं आई है। इस घटना को वहां खड़े लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Humsamvet (@humsamvet)

इन दिनों केरल के कई जिलों में पिछले तीन दिनों से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। जिसकी वजह से कई जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिली हैं। इन घटनाओं में अब तक 24 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। शनिवार से जारी बारिश ने रविवार दोपहर को थोड़ा विराम लिया। फिर भी मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी कर रखा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों में रहने की सलाह दी जा रही है। कई इलाकों में भूस्खलन का भी खतरा है। लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार केरल का अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने बारिश में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा है कि राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं में घायलों और प्रभावितों की मदद के लिए सरकार की ओर से युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। राज्य भर में 105 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। जहां बाढ़ प्रभावितों को रखा गया है।