Rajasthan Election: PM मोदी राजस्थान में दूरबीन लेकर सीएम उम्मीदवार ढूंढ रहे हैं: प्रियंका गांधी

हाल ही में मोदी जी ने कांग्रेस के लिए कहा- कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को रन आउट करने में लगे हैं, लेकिन इनकी पार्टी तो खुद ही हिट विकेट है राजस्थान में: प्रियंका गांधी

Updated: Nov 20, 2023, 04:14 PM IST

अजमेर। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान अंतिम पड़ाव में है। राज्य में सभी दलों के दिग्गज चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अजमेर के केकड़ी और जहाजपुर में विशाल जनसभा को संबोधित किया। 

प्रियंका गांधी ने कहा, 'चुनाव में बड़े-बड़े नेता आते हैं तो हम अनुमान लगाते हैं कि हमारा अनुभव क्या है, जो सरकार चल रही है उसने अच्छे काम किए हैं या नहीं। इन सब बातों का हम आकलन करते हैं। आप सभी हमारी और भाजपा के नेताओं की बात सुनें और देखें किसमें कितना वजन है।'

कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, 'हाल ही में मोदी जी ने कांग्रेस के लिए कहा था कि कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को रन आउट करने में लगे हैं, लेकिन इनकी पार्टी तो खुद ही हिट विकेट है राजस्थान में। इनकी पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई है। ये दूरबीन से पूरे राजस्थान में ढूंढ रहे हैं कि हमारा नेता कौन बन सकता है।'

प्रियंका गांधी ने राजस्थान की तुलना पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से करते हुए कहा, 'मध्य प्रदेश में 18 साल से भाजपा की सरकार है, लेकिन अब जब भी मंच पर खड़े होते हैं तो भाजपा के नेता केवल धर्म-जाति के नाम पर वोट मांग रहे हैं। 18 साल से सरकार रही आप काम पर वोट क्यों नहीं मांगते? मैंने जब गहलोत जी से पूछा कि राजस्थान में कितने राेजगार दिलवाए हैं? तो उन्होंने कहा कि दो लाख दिलवाएं हैं और एक लाख प्रोसेस में हैं। जबकि 18 साल से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार ने साढ़े तीन साल में केवल 21 रोजगार दिलवाए हैं। वहां सात हजार से ज्यादा स्कूल बंद हुए हैं। मैंने जब गहलोत जी से इंग्लिश मीडियम की पाठशाला के लिए पूछा तो हंसने लगे। उन्होंने कहा कि हर जिले में नहीं गांव-गांव में खुले हैं। ये सब काम कांग्रेस की सरकार ने 5 साल में किया है। केकड़ी जिला बना, हॉस्पिटल बना। तो इसी के आधार पर हम वोट मांग रहे हैं।'

प्रियंका गांधी ने कहा, 'हमने किसानों का कर्ज माफ किया है। भाजपा ने किसी प्रदेश में किसानों का क्या कर्ज माफ किया है? काले कानूनों के खिलाफ जब किसान देश में आंदोलन कर रहा था तब भाजपा के मंत्री का बेटा किसानों को जीप के नीचे कुचल रहा था। काले कानूनों को लेकर इन्होंने कभी कोई सुनवाई नहीं की। जब चुनाव आया तो काले कानून माफ किए। उत्तर प्रदेश के गन्ना के किसानों का जो 15 हजार करोड़ बकाया था उसे माफ नहीं किया। वहीं संसद भवन के लिए इन्होंने 20 हजार करोड़ खर्च कर दिए। किसानों के कर्ज माफ के लिए इनके पास पैसे नहीं थे।'