Rajasthan : नरम पड़े सचिन पायलट, अशोक गहलोत का शक्ति प्रदर्शन
Sachin Pilot : कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद सचिन पायलट ने दिए BJP में ना जाने के संकेत

राजस्थान राजनीतिक संकट के बीच अब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का विद्रोह अब ठंडा पड़ता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद पायलट नरम पड़े हैं। पार्टी और सचिन के बीच सीधा चैनल खुल गया है और सचिन ने अपनी बात पार्टी के बता दी है। पार्टी ने सचिन की कुछ बातें मानने के भी संकेत दिए हैं। वहीं राजस्थान कांग्रेस ऑफिस में सचिन पायलट का पोस्टर वापस लगा दिया गया है, जो सुबह साढ़े ग्यारह बजे हटा दिया गया था। हालांकि, सचिन ने पहले ही साफ कर दिया था कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे।
#WATCH Rajasthan: Chief Minister Ashok Gehlot, Congress leaders and party MLAs show victory sign, as they gather at CM's residence in Jaipur.
— ANI (@ANI) July 13, 2020
The Congress Legislative Party meeting has begun. pic.twitter.com/FowLM7CAGA
यह सारा घटनाक्रम तब हुआ है जब राजस्थान के मुख्यमंत्री ने सीएम आवास पर विधायकों को इकट्ठा कर शक्ति प्रदर्शन किया। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने दावा किया कि गहलोत सरकार की बैठक में 102 विधायक पहुंचे, वहीं कुछ विधायक निजी वजहों से नही आ पाए। उन्होंने सचिन पायलट का नाम ना लेते हुए यह भी कहा कि किसी की व्यक्तिगत महत्वकांक्षाओं के लिए पार्टी को बर्बाद नहीं किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह कहना गलत होगा कि सचिन ने पार्टी के खिलाफ बगावत की।
राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक करीब साढ़े बारह बजे शुरू हुई। इस बैठक के ठीक पहले रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर कोई पार्टी से नाराज है तो बातचीत के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट के संपर्क में है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से ठीक पहले सचिन पायलट ने कहा कि अशोक गहलोत का उनके साथ 102 विधायक होने का दावा गलत है क्योंकि 25 विधायक मेरे साथ हैं। विधायक दल की बैठक के बाद गहलोत ने मीडिया को बुलाकर शक्ति प्रदर्शन किया।