अयोध्या मेयर के भतीजे से ट्रस्ट ने ढाई करोड़ में खरीदी 20 लाख की ज़मीन, राम मंदिर घोटाले में एक और खुलासा

इसके साथ ही ट्रस्ट ने मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे से एक करोड़ में एक अन्य ज़मीन भी खरीदा, मेयर के भतीजे ने वह ज़मीन 27 लाख रुपए में खरीदी थी

Updated: Jun 20, 2021, 03:55 AM IST

Photo Courtesy: Times now
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नई दिल्ली/लखनऊ। अयोध्या में राम मंदिर ज़मीन घोटाला विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार इस मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, जिससे ट्रस्ट की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मामले में हुए नए खुलासे के मुताबिक ट्रस्ट ने दो अन्य ज़मीन भी मार्केट रेट से अधिक भाव पर खरीदी है। इस मामले में अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे दीप नारायण उपाध्याय की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है।

20 लाख की ज़मीन ढाई करोड़ में बेची 

20 फरवरी को दीपनारायण उपाध्याय ने अयोध्या के महंत देवेंद्र प्रसाद आचार्य से एक ज़मीन खरीदी थी। इस ज़मीन की खरीद बीस लाख रुपए में की गई थी। लेकिन जब इस ज़मीन को दीप नारायण उपाध्याय ने 11 मई को यही ज़मीन ट्रस्ट को बेची तो इसे ढाई करोड़ में बेच दिया। इस सौदे में ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा भी गवाह के तौर पर मौजूद थे। इसके साथ ही दीप नारायण उपाध्याय ने 27 लाख रुपए के सर्किल रेट वाली ज़मीन को 1 करोड़ रुपए में ट्रस्ट के हवाले कर दिया। 

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इससे पहले राम मंदिर ज़मीन घोटाले में कई खुलासे हो चुके हैं। ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ की डील वाले दिन ही हरीश पाठक और कुसुम पाठक से आठ करोड़ में ज़मीन के अन्य टुकड़ा खरीदा था। राम मंदिर ज़मीन घोटाले में लगातार ट्रस्ट की मंशा सवालों के घेरे में है। लेकिन ट्रस्ट के सचिव चंपत राय इस सवालों का कोई वाजिब जवाब नहीं दे पा रहे हैं। खुद ट्रस्ट के सदस्य ही चंपत राय पर अपनी मर्ज़ी से कोई भी फैसला लेते रहने का आरोप लगा रहे हैं।