तीन दिन तक अस्पताल से मदद मांगते रहे रिटायर्ड जज, नहीं मिली मदद तो पत्नी ने तोड़ा दम, घर में शव को उठाने वाला कोई नहीं
लखनऊ में एक रिटायर्ड ज़िला जज की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जज का कहना है कि वे और उनकी पत्नी कोरोना से संक्रमित थे, अस्पताल से मदद के अभाव में पत्नी की मौत हो गई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। लखनऊ में एक रिटायर्ड ज़िला जज की पत्नी का शव पड़ा हुआ है। खुद रिटायर्ड जज शव के साथ घर में मौजूद हैं। लेकिन उनकी मदद करने वाला वहां कोई नहीं है।
सोशल मीडिया पर एक रिटायर्ड ज़िला जज की चिट्ठी वायरल हो रही है। जज का कहना है कि वे तीन दिनों तक अस्पताल और सरकार से मदद की गुहार लगाते रहे। लेकिन उनकी मदद करने कोई नहीं आया। अंत में उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया। लेकिन इसके बाद भी किसी प्रकार की मदद उन्हें मुहैया नहीं कराई गई है। रिटायर्ड जज अपनी दिवंगत पत्नी के शव के साथ घर में ही मौजूद हैं।
रिटायर्ड जज रमेश चंद्रा का कहना है कि वे कल सुबह से लगातार प्रशासन द्वारा उपलब्ध नंबर पर फ़ोन लगाते रहे लेकिन कोई मदद करने नहीं आया। 67 वर्षीय रमेश चंद्रा और 64 वर्षीय उनकी पत्नी मधु चंद्रा कोरोना से संक्रमित थे। रिटायर्ड जज का कहना है कि करीब पचासों बार उन्होंने प्रशासन और अस्पताल के फोन नंबर घुमाए। लेकिन किसी ने उनकी गुहार नहीं सुनी।
अंत में आज सुबह उनकी पत्नी ने ज़िन्दगी और मौत की जंग लड़ते लड़ते दम तोड़ दिया। जज का कहना है कि इस वक्त उनके घर में पत्नी का शव पड़ा हुआ है। वे खुद वहां मौजूद हैं। लेकिन उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है।