किसानों के समर्थन में तेजस्वी यादव का प्रदर्शन, पटना के गांधी मैदान में घुसने से रोका तो गेट पर ही दिया धरना
गांधी मैदान में घुसने से रोकने पर गेट नंबर चार पर बैठे तेजस्वी, नीतीश से कहा रोक सको तो रोक लो, बाद में प्रशासन को देनी पड़ी इजाज़त

पटना। आरजेडी नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज किसानों के समर्थन में ज़बरदस्त धरना प्रदर्शन किया। समर्थकों की भारी भीड़ के साथ पटना के गांधी मैदान में धरना देने पहुंचे तेजस्वी को पहले तो अंदर गांधी प्रतिमा तक जाने से रोका गया। इस पर वे गेट नंबर चार के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इससे पहले गांधी मैदान में जाने की अनुमति नहीं मिलने पर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा भी किया। हालांकि बाद में प्रशासन को अंदर जाने की अनुमति देनी पड़ी, जिसके बाद उन्होंने गांधी प्रतिमा के सामने अपना संकल्प पत्र पढ़ा।
दरअसल गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा के सामने खड़े होकर किसानों के समर्थन में संकल्प लेने का आरजेडी का कार्यक्रम पहले से तय था। सुबह 10 बजे से शुरू होने वाले इस धरने की सारी तैयारियां भी कर ली गई थीं। लेकिन बाद में प्रशासन ने यह कहते हुए धरने की अनुमति नहीं दी कि गांधी मैदान कोई धरना स्थल नहीं है।
प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की तैयारियों में अड़ंगा डालने और लोगों को बाहर निकालने की सूचना पाकर आरजेडी कार्यकर्ता नाराज हो गए। इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया। लेकिन भारी संख्या में पुलिस बल तैनात होने के कारण वे मैदान के अंदर नहीं जा सके। इस घटना की जानकारी मिलते ही तेजस्वी ने सीएम नीतीश को खुली चुनौती दे डाली।
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तेजस्वी यादव ने ट्विटर पर सीएम नीतीश कुमार को से कहा कि रोक सको तो रोक लो और फिर गांधी मैदान की तरफ रवाना हो गए। तेजस्वी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, 'गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे हैं। उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके। नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए।'
गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 5, 2020
नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए
इसके थोड़े देर बाद तेजस्वी यादव आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह , दानापुर के विधायक रीतलाल यादव, श्याम रजक सहित कई नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ गांधी मैदान पहुंचे। इस दौरान गांधी मैदान को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। आरजेडी के अलावा कांग्रेस और वाम दलों के कई नेता और कार्यकर्ता भी वहां जा पहुंचे और सभी लोग चार नंबर गेट के बाहर दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए।
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विरोध प्रदर्शन बढ़ता देख आखिरकार प्रशासन को गांधी मैदान का गेट खोलना पड़ा। जिसके बाद तेजस्वी यादव तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ गांधी मूर्ति के पास पहुंचे और किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए अपना संकल्प पत्र पढ़ा।
धनदाता और अन्नदाता की इस लड़ाई में हम अन्नदाता के साथ खड़े है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 5, 2020
क्या किसानों के समर्थन में आवाज़ उठाना, उनकी आय दुगुनी करने के लिए नए क़ानूनों में अनिवार्य रूप से MSP की माँग करना, खेत-खलिहान को बचाने की लड़ाई करना अपराध है? अगर है तो हम यह अपराध बार-बार करेंगे? pic.twitter.com/yA6YaUtvOI
इस दौरान तेजस्वी ने कहा, ' धनदाता और अन्नदाता की इस लड़ाई में हम अन्नदाता के साथ खड़े है। क्या किसानों के समर्थन में आवाज़ उठाना, उनकी आय दुगुनी करने के लिए नए क़ानूनों में अनिवार्य रूप से MSP की माँग करना, खेत-खलिहान को बचाने की लड़ाई करना अपराध है? अगर है तो हम यह अपराध बार-बार करेंगे?'