कोश्यारी के बयान पर बवाल, कांग्रेस बोली- उनमें होशियारी नहीं, उद्धव ठाकरे ने बताया मराठियों का अपमान

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि अगर गुजरातियों-राजस्थानियों को हटा दें तो मुंबई के पास न पैसे होंगे न वित्तीय राजधानी का तमगा, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने जताई आपत्ति, कांग्रेस और आप ने भी साधा निशाना

Updated: Jul 30, 2022, 10:31 AM IST

मुंबई। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बयान पर राज्य में सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस से लेकर शिवसेना और एमएनएस ने राज्यपाल के बयान की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि कोश्यारी को तनिक भी होशियारी नहीं है। वहीं उद्धव ठाकरे ने इसे मराठियों का अपमान करार दिया है।

दरअसल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि अगर गुजरातियों-राजस्थानियों को हटा दें तो मुंबई के पास न पैसे होंगे न वित्तीय राजधानी का तमगा। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों की तरफ से जबरदस्त हमला बोला गया है। इसके राज्यपाल बैकफुट पर नजर आए और उन्होंने सफाई भी दी। 

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महाराष्ट्र के राजभवन की तरफ से बयान जारी कर इस मामले में सफाई दी गई है। राजभवन की तरफ से कहा गया है कि, 'महाराष्ट्र को आगे बढ़ाने में मराठी लोगों का सबसे ज्यादा योगदान है। मुंबई महाराष्ट्र की शान है। यह देश की आर्थिक राजधानी भी है। मेरा मराठी लोगों को कम आंकने का कोई इरादा नहीं था।मैंने केवल गुजरातियों और राजस्थानियों के योगदान पर बात की। मराठी लोगों ने मेहनत से बनाया महाराष्ट्र, इसी वजह से आज कई मराठी उद्यमी मशहूर हैं।'

कांग्रेस नेता और सांसद जयराम रमेश ने राज्यपाल के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि, 'इनका नाम ‘कोश्यारी’ है, लेकिन एक राज्यपाल के तौर पर वो जो बोलते हैं और करते हैं उसमें थोड़ी भी ‘होशियारी’ नहीं होती। ये कुर्सी पर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्योंकि ‘हम दो’ के आदेश का निष्ठा पूर्वक पालन करते हैं।'

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल के बयान पर हमला बोलते हुए इसे मराठियों का अपमान करार दिया। ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल के बयान से हर मराठी मानुष की भावनाओं को ठेस पहुंची है। वो समुदायों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने कोश्यारी पर हमला बोलते हुए कहा कि मराठी आदमी को मूर्ख मत बनाओ। उन्होंने प्रदेश के राज्यपाल को इतिहास पढ़ने की भी सलाह दी। राज ठाकरे ने साफ तौर से कहा कि राज्यपाल अगर महाराष्ट्र के इतिहास के बारे में नहीं जानते हैं तो इस पर वो बात ही क्यों करते हैं?

कोश्यारी के इस बयान पर आप नेता संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी समर्थित मुख्यमंत्री होते हुए मराठी और छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान हुआ है। बवाल बढ़ने पर खुद बीजेपी ने भी इस बयान से पल्ला झाड़ लिया है। बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि माननीय राज्यपाल के बयान से हम सहमत नहीं हैं। महाराष्ट्र और मराठी लोगों की मेहनत, पसीने और शहादत के साथ खड़े हैं। ऐसा हमारा गौरवशाली इतिहास कहता है।