दुःख है कि हम तेलंगाना को छोड़कर आगे जा रहे हैं, महाराष्ट्र में प्रवेश करने से पहले राहुल गांधी का भावुक संबोधन

महाराष्ट्र में भारत जोड़ो यात्रा कुल 381 किलोमीटर भ्रमण करेगी। यह 15 विधानसभा व 6 संसदीय क्षेत्रों से गुजरेगी। इस यात्रा में सहयोगी दल एनसीपी और उद्धव ठाकरे शिवसेना के नेता भी शामिल होंगे।

Updated: Nov 08, 2022, 03:37 AM IST

नांदेड़। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सोमवार रात तेलंगाना के कामरेड्डी जिले से महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में प्रवेश करेगी। महाराष्ट्र में प्रवेश से पहले राहुल गांधी ने एक पब्लिक रैली में तेलांगना के लोगों को संबोधित किया। राहुल गांधी ने अपने भावुक संबोधन में कहा कि आज दुःख हो रहा है कि हम तेलंगाना को छोड़कर आगे जा रहे हैं।

सोमवार शाम तेलंगाना के मेनुरु गांव से होकर महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी जहां तेलंगाना की कांग्रेस इकाई के प्रमुख रेवंत रेड्डी दो राज्यों की सीमा पर महाराष्ट्र में अपने समकक्ष नाना पटोले को तिरंगा सौंपेंगे। महाराष्ट्र में यह करीब 14 दिन भ्रमण करेगी। इस दौरान राहुल गांधी और भारत यात्री कुल 381 किलोमीटर भ्रमण करेंगे। यह राज्य के 15 विधानसभा व 6 संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। इस दौरान एनसीपी और उद्धव ठाकरे शिवसेना के नेता भी यात्रा में शामिल होंगे।

तेलंगाना में यात्रा के आखिरी दिन राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे खुशी हुई कि मैं तेलंगाना के इतने लोगों से बात कर पाया, उनसे हाथ मिला पाया, उनके गले लग पाया। आज दु:ख हो रहा है कि हम तेलंगाना को छोड़कर आगे जा रहे हैं। हमारे कार्यकर्ताओं ने तेलंगाना में अद्भुत काम करके दिखाया है। यह टीवी पर नहीं दिखाई देता, लेकिन मैंने अपनी आंखों से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का काम देखा है।'

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राहुल गांधी ने आगे कहा कि, 'यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं को चोट लगी, वे घायल हुए, लेकिन फिर भी उन्होंने अपना काम पूरा किया। आप सिर्फ कांग्रेस का झंडा उठाकर नहीं चले, आप अपने हाथों में तिरंगा लिए चल रहे थे। कांग्रेस के कार्यकर्ता किसी एक धर्म-जाति या भाषा के नहीं हैं। आप सभी के हैं, हिन्दुस्तान के हैं।'

राहुल गांधी ने कहा कि, 'यात्रा के दौरान हम किसानों, मजदूरों, कारीगरों, आदिवासी व दलित भाई-बहनों से मिले। हमने उनसे घंटों बातचीत की और उनकी बात सुनी। इस दौरान मैंने आपकी आत्मा को अपनी आंखों से देखा। तेलंगाना में अस्पतालों का निजीकरण कर दिया गया है। तेलंगाना में अगर कोई छात्र इंजीनियर या डॉक्टर बनना चाहे तो उसे लाखों रुपए देने पड़ेंगे।'