प्राइवेसी के लिए सबसे भरोसेमंद साबित हुआ सिग्नल, Whatsapp को पछाड़ सर्वाधिक डाउनलोड हुआ Signal App
प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर वॉट्सऐप की दादागिरी के बाद सिग्नल बना यूजर्स के लिए वॉट्सऐप का सबसे बड़ा विकल्प, प्राइवेसी को लेकर कई मायनों में वॉट्सऐप से बेहतर

नई दिल्ली। इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी की घोषणा के बाद अब सिग्नल सबसे बड़ा मल्टीमीडिया मैसेजिंग ऐप बनने की राह पर है। विवादास्पद प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर वॉट्सऐप की दादागिरी को देखते हुए यूजर्स काफी तेजी से सिग्नल पर शिफ्ट हो रहे हैं। यूजर्स द्वारा ग्रीन सिंग्नल मिलते ही सिग्नल ऐप ने वॉट्सऐप को पछाड़कर भारत की टॉप फ्री ऐप लिस्ट में सबसे ऊपर अपनी जगह बनी ली है।
साल 2014 में लॉन्च हुए सिग्नल को दुनियाभर के लोग वॉट्सऐप का बेहतर विकल्प मान रहे हैं। टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क से लेकर ट्विटर के सीईओ जैक डोर्से तक ने सिग्नल को बेहतर बताया है। एलन मस्क ने ट्वीट कर लोगों को सिग्नल यूज करने की सलाह दी है वहीं जैक ने सिग्नल के टॉप पर पहुंचने की स्क्रीनशॉट के साथ हार्ट इमोजी साझा किया है।
Use Signal
— Elon Musk (@elonmusk) January 7, 2021
सिग्नल कंपनी ने भी टॉप पर पहुंचने पर हर्ष जाहिर किया है। कंपनी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि देखिए आप सबने क्या किया है। इसी के साथ उन देशों के बारे में भी बताया है जहां सिग्नल ने वॉट्सऐप को पछाड़कर शीर्ष स्थान पर जगह बनाया है। भारत के अलावा जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, हांगकांग, स्विट्जरलैंड में भी सबसे ज्यादा डाउनलोड किए गए ऐप्स में यह अव्वल रहा है।
Look at what you've done.pic.twitter.com/0YuqyZXtgP
— Signal (@signalapp) January 8, 2021
अब सवाल यह उठता है कि क्या Signal सच में एक भरोसेमंद एप है और क्या इसे वॉट्सऐप के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। आइए जानते हैं क्या है सिग्नल ऐप के बारे में ..और वॉट्सऐप के मुकाबले यह कितना भरोसेमंद है।
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Signal भी वॉट्सऐप की तरह एक मल्टीमीडिया मैसेजिंग एप है जिसे आप विंडोज, आईओएस, मैक और एंड्रॉयड डिवाइस में इस्तेमाल कर सकते हैं। सिग्नल एप का स्वामित्व सिग्नल फाउंडेशन और सिग्नल मैसेंजर एलएलसी के पास है जो कि एक नॉन प्रॉफिट यानी ग़ैर लाभकारी कंपनी है। एप को अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर मॉक्सी मार्लिनस्पाइक ने तैयार किया है और यही फिलहाल Signal मैसेंजर एप के सीईओ हैं। सिग्नल एप की टैगलाइन ‘Say Hello to Privacy’ है।
क्या हैं सिग्नल ऐप के फीचर्स
Signal app को दुनिया के सबसे सिक्योर एप में से एक माना जाता है। यहां यूजर डेटा शेयर होने का खतरा बहुत ही कम है। सिग्नल एप यूजर्स से उनके पर्सनल डेटा को नहीं मांगता, जिस प्रकार फिलहाल व्हाट्सएप कर रहा है। यहां आपके चैट बैकअप को क्लाउड (ऑनलाइन स्टोरेज) पर नहीं भेजा जाता। यह डेटा आपके फोन में ही सेव रहता है। एक और खास फीचर यह है कि यहां पुराने मैसेसेज खुद ही गायब हो जाते हैं। वॉट्सऐप की तरह यहां ग्रुप बनाकर कोई भी आपको नहीं जोड़ सकता। इसमें किसी को जोड़ने के लिए पहले इनवाइट भेजना पड़ेगा।
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सिग्नल ऐप वॉट्सऐप के मुकाबले इसलिए भी अधिक सुरक्षित है, क्योंकि वॉट्सऐप के सिर्फ मैसेज और कॉल ही एंड टू एंड एंक्रिप्टेड होते हैं, जबकि Signal का मेटा डाटा भी एंड टू एंड एंक्रिप्टेड है। एप स्टोर पर दी गई जानकारी के मुताबिक सिग्नल एप अपने यूजर्स का कोई भी डाटा स्टोर नहीं करता है। सिग्नल एप सिर्फ कॉन्टेक्ट नंबर यानी आपका मोबाइल नंबर लेता है, क्योंकि इसी के जरिए आपका सिग्नल अकाउंट ओपन होता है। वहीं वॉट्सऐप की बात करें तो यह यूजर्स से 16 तरह की जानकारी लेता है।