Sonia Gandhi: वो देश का मुंह बंद कराना चाहते हैं

Naya Raipur Assembly: नया रायपुर में विधानसभा भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान ही खतरे में

Updated: Aug 30, 2020, 08:11 AM IST

रायपुर/नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि इस समय देश की लोकशाही पर तानाशाही का प्रभाव बढ़ रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में राष्ट्रविरोधी और गरीब विरोधी ताकतें अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचलने का प्रयास कर रही हैं। देश को गलत दिशा में ले जाने के नापाक मंसूबे से हिंसा और नफरत की आग को चौतरफा फैलाया जा रहा है। 

सोनिया गांधी ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, जीवी मालवंकर ( संविधान सभा के स्पीकर ), बाबा साहेब अंबेडकर सहित अन्य पूर्वजों ने इस बात की बिलकुल भी कल्पना नहीं की होगी कि आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देश को ऐसी विकट परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा तथा देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा।  

सोनिया गांधी ने कहा कि आज़ादी प्राप्ति के सत्तर वर्षों बाद भी हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं, जिनसे निपटना हमारे लिए ज़रूरी है। सोनिया ने कहा कि पिछले कुछ समय से तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं को ध्वस्त किया जा रहा है, जिस वजह से लोकशाही पर तानशाही हावी हो रही है। 

भवन नहीं भावनाओं से बचेगा संविधान 
सोनिया गांधी शनिवार को छतीसगढ़ की भावी राजधानी नया रायपुर में निर्माणाधीन नए विधानसभा भवन के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने वर्चुअल संबोधन के दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि हमें यह चीज़ समझने की अत्यंत आवश्यकता है कि हमारा संविधान भवनों से नहीं बल्कि भावनाओं से बचेगा। सोनिया गांधी ने कहा कि इसके लिए हमें इन भवनों की गलत और दूषित  विचारों के प्रवेश से रक्षा करनी होगी।

सोनिया गांधी ने कहा कि राज्य को गठित हुए 20 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन उन 20 वर्षों में 15 वर्षों तक हमारी (कांग्रेस) सरकार नहीं थी। लेकिन जब से राज्य में कांग्रेस आई है, तब से राज्य को विकसित करने के लिए नित नए प्रयास हो रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना नाम लिए राज्य की पूर्वर्ती  बीजेपी की रमन सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने से पहले जो भी हुआ वो इस बात का उदाहरण है कि एक दिशाहीन और विचारहीन सरकार के होने से क्या परिणाम होते हैं।