बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि का संदिग्ध लेनदेन, केंद्र सरकार ने नोटिस भेजकर मांगा जवाब

केंद्र सरकार की आर्थिक खुफिया विभाग को कंपनी के कुछ लेन-देन असामान्य और संदिग्ध लगे हैं। इसे लेकर अब पतंजलि से सरकार ने जवाब मांगा है।

Updated: May 30, 2025, 07:25 PM IST

नई दिल्ली। पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव एक बार फिर विवादों में है। केंद्र सरकार की आर्थिक खुफिया विभाग को कंपनी के कुछ लेन-देन असामान्य और संदिग्ध लगे हैं। इसे लेकर अब पतंजलि से सरकार ने जवाब मांगा है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि कॉर्पोरेट अफेयर्स मिनिस्ट्री ने कंपनी को एक नोटिस भेजा है। आर्थिक खुफिया विभाग को कंपनी के कुछ लेन-देन असामान्य और संदिग्ध लगे हैं। एजेंसियों ने कई फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस को संदिग्ध माना है।

जांच शुरुआती चरण में है, इसलिए रकम का खुलासा नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के पास नोटिस का जवाब देने के लिए लगभग दो महीने का समय है। कंपनी के खिलाफ कॉर्पोरेट गवर्नेंस नियमों के उल्लंघन और फंड डायवर्जन की आशंका पर भी जांच शुरू की गई है।

ये पहली बार नहीं है जब पतंजलि आयुर्वेद या उससे जुड़ी कंपनी को जांच के लिए बुलाया गया है। पिछले साल ही कंपनी की यूनिट को टैक्स का भुगतान न करने और गलत तरीके से रिफंड का दावा करने के आरोप में सरकार से कारण बताओ नोटिस का सामना करना पड़ा था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अलग से कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स को कुछ बीमारियों के इलाज के रूप में डिस्ट्रीब्यूशन करने से रोक दिया था।