फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला जारी, विस्तारा की फ्लाइट की फ्रैंकफर्ट में इमरजेंसी लैंडिंग
दिल्ली से लंदन जा रही विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट (यूके17) को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा कारणों से फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग कराई गई।

देशभर में हवाई उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकियों का माहौल बना हुआ है। शुक्रवार को दिल्ली से लंदन जा रही विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट (यूके17) को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा कारणों से फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग कराई गई। शनिवार को विस्तारा के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए फ्लाइट को तुरंत फ्रैंकफर्ट में उतारा गया और सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अनिवार्य जांच की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां फ्लाइट की बारीकी से जांच कर रही हैं और उनके हरी झंडी दिखाने के बाद ही विमान को लंदन के लिए आगे की यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
यह पहली घटना नहीं है, जब किसी फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी मिली हो। शुक्रवार को ही अकासा एयर की बेंगलुरु से मुंबई जा रही फ्लाइट क्यूपी 1366 को भी इसी प्रकार की धमकी मिली थी, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं। पिछले कुछ दिनों में ऐसी लगभग 40 धमकियां विभिन्न उड़ानों के लिए दी जा चुकी हैं, लेकिन जांच में अब तक सभी अफवाह ही साबित हुई हैं और किसी भी तरह का वास्तविक खतरा सामने नहीं आया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय इन धमकियों को लेकर पूरी तरह से सतर्क है और झूठी सूचनाओं पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कदम उठा रहा है। मंत्रालय की योजना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नीतियां बनाई जाएं और सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाए ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने हाल में बढ़ती धमकियों को लेकर कहा कि ऐसी कॉल्स पर गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन धमकियों के पीछे कुछ नाबालिग और शरारती तत्वों की साजिश हो सकती है, लेकिन किसी भी साजिश को खारिज या पुष्टि नहीं की जा सकती। नायडू ने यह भी स्पष्ट किया कि यह घटनाएं छोटी और अलग-अलग हैं, लेकिन इनका मकसद हवाई यातायात को बाधित करना और यात्रियों में भय पैदा करना हो सकता है।
सरकार इन घटनाओं को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है, और सभी संबंधित एजेंसियां भी लगातार निगरानी और सतर्कता बनाए हुए हैं।