बीकेयू (भानु) और वीएम सिंह के संगठन का किसान आंदोलन से अलग होने का एलान

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने कहा कि आंदोलन से अलग होने का फैसला उनके संगठन का है

Updated: Jan 27, 2021, 01:58 PM IST

Photo Courtesy : ANI
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नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में भड़की हिंसा के बाद दो किसान संगठनों ने कृषि कानून विरोधी आंदोलन से अलग होने का एलान कर दिया है। जिन दो संगठनों ने आज किसान आंदोलन से अलग होने का एलान किया वे हैं भारतीय किसान यूनियन (भानु) और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन। 

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने आंदोलन से अपना नाम वापस लेते समय कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में सरकार की भी गलती है। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का झंडा, उसकी मर्यादा, हम सबकी है। अगर उस मर्यादा को तोड़ने वाले गलत हैं तो उस मर्यादा को तोड़ने देने वाले भी गलत हैं। वीएम सिंह ने आंदोलन से नाम वापसी के दौरान स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि आंदोलन से अलग होने का फैसला पूरी तरह उनके संगठन और उसके पदाधिकारियों का है। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का इससे कोई लेना देना नहीं है। 

मजदूर संगठन के साथ साथ भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने भी आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है। यूनियन ने चिल्ला बॉर्डर से अपना धरना समाप्त करने की घोषणा भी कर दी है। संगठन के मुखिया भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि हिंसा के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने एक बार पहले भी खुद को आंदोलन से अलग कर लिया था। इस संगठन ने दिल्ली की सीमाओं पर धरने के शुरुआती दिनों में ही मोदी सरकार के मंत्रियों के कहने पर धरना खत्म करने की बात कही थी। लेकिन बाद में यह संगठन एक बार फिर से आंदोलन में शामिल हो गया था।