उत्तर प्रदेश में सभी पार्टियां चाहती हैं समय पर चुनाव, 1 घंटा बढ़ाया जाएगा वोटिंग टाइम: चुनाव आयोग 

केंद्रीय चुनाव आयोग ने लखनऊ में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि सभी पार्टियां समय पर चुनाव चाहती हैं, कुछ दल ज्यादा रैलियों के खिलाफ हैं

Updated: Dec 30, 2021, 08:35 AM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी राजनीतिक दल समय पर ही चुनाव चाहते हैं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी है। निर्वाचन आयोग ने बताया है कि अंतिम वोटर लिस्ट 5 जनवरी 2022 को जारी की जाएगी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हमसे मुलाकात की है। सभी ने हमें कहा कि COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव कराए जाने चाहिए। राजनीतिक दल घनी आबादी वाले क्षेत्रों में पोलिंग बूथ बनाने के खिलाफ हैं। कुछ राजनीतिक दल ज्यादा रैलियों के भी खिलाफ हैं।

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मुख्य चुनाव आयुक्त ने आगे बताया कि हमसे मुलाकात के दौरान रैलियों में नफरती भाषण व रैलियों में हो रही भीड़ पर भी कुछ दलों ने चिंता जताई है। पोलिंग बूथ पर पर्याप्त संख्या में महिला बूथकर्मी की भी मांग की है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जाएगी। किसी भी तरीके से आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई की जाएगी और राज्यों की सीमाओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

चुनाव आयोग ने कोविड-19 प्रोटोकॉल को पालन कराने के लिए वोटिंग टाइम भी एक घंटा बढ़ाने का ऐलान किया है। मतदान के दिन सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। इससे पहले शाम 5 बजे तक ही वोटिंग कराने का निर्णय लिया गया था। चुनाव आयुक्त ने बताया कि 18 से 19 साल के नए मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव से तीन गुना ज्यादा है। इस बार महिला वोटरों का अनुपात भी बढ़ा है। प्रदेश में इस बार 52 फीसदी नए वोटर हैं। मतदाताओं की संख्या 15 करोड़ से ज्यादा है।

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चुनाव आयुक्त ने आगे कहा कि सभी वोटिंग बूथ पर VVPAT मशीनें लगाई जाएंगी। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए करीब 1 लाख वोटिंग बूथ पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। पिछले दो यूपी चुनावों में कम मतदान हमारे लिए चिंता का विषय है और हमने इसकी पूरी समीक्षा की है और अधिकारी अधिक जागरूकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।