बुखार से बेहाल यूपी के एक अस्पताल में 171 बच्चे हुए भर्ती, इंसेफेलाइटिस बीमारी ने प्रयागराज को भी जकड़ा

प्रयागराज जैसा ही हाल उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में है, कानपुर, जालौन, फिरोजाबाद, मथुरा और मैनपुरी में भी है, सीतापुर में रविवार को 50 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है

Updated: Sep 05, 2021, 03:34 PM IST

प्रतिकात्मक तस्वीर
प्रतिकात्मक तस्वीर

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में डेंगू और वायरल फीवर का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बढ़ते वायरल फीवर के मामलों के कारण राज्य के स्वास्थ्य अमले में हड़कंप की स्थिति है। अकेले प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू अस्पताल में निमोनियाग्रस्त इंसेफेलाइटिस बीमारी के 171 बच्चों को भर्ती कराया गया है। अस्पताल के सीएमओ डॉ नायक सरन ने बताया कि ऐसे मरीज़ों को ऑक्सीजन की सख्त ज़रूरत है। 

डॉक्टर्स के मुताबिक अस्पताल में 120 बेड हैं, लेकिन भर्ती होनेवाले बाल मरीज़ों की संख्या मौजूदा बेड्स से ज्यादा हो गयी है। दो दिन पहले तक हालात काबू में थे, लेकिन अब एक ही बेड पर दो-तीन मरीजों को लिटाकर का इलाज करना पड़ रहा है। आलम ये है कि कुछ ज़मीन पर गद्दे बिछाकर भी लोग पड़े हुए हैं। डेंगू के अलावा इंसेफेलाइटिस के ज्यादा मरीज़ अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक ऐसे मरीजों को ऑक्सीजन की भी जरूरत पड़ रही है।

अब तक इंसेफेलाइटिस का कहर गोरखपुर तक सीमित बताया जाता था, लेकिन अब पूर्वी उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में यह बीमारी अपने पांव पसार चुकी है। प्रयागराज और आसपास के इलाकों में जहां कुछ दिन पहले बाढ़ का कहर देखने को मिला, अब बीमारी से लोगों का बुरा हाल है।

प्रयागराज सहित उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं। आगरा, कानपुर, जालौन, फिरोजाबाद, मैनपुरी और सीतापुर में हालात बेहद खराब हैं। अस्पतालों में बड़ी तादाद में बुखार और डेंगू से पीड़ित लोग पहुंच रहे हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार को आगरा के एसएन अस्पताल में डेंगू के 27 मरीज भर्ती हुए हैं। जबकि सीतापुर में रविवार को 50 मरीज सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए हैं। हालांकि सीतापुर में डेंगू की तुलना में मलेरिया के अधिक मरीज हैं।

फिरोजाबाद में पिछले 24 घंटों में डेंगू से पीड़ित एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। फिरोजाबाद में अब तक 51 लोग डेंगू के कारण अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठे हैं। डेंगू और वायरल फीवर के लागतार बढ़ते मामलों के कारण अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य अमला अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने में जुटा हुआ है।