Varanasi : 1000 रुपए के लिए नेपाली बन कर सिर मुंडवाया

वीडियो में जिस युवक को नेपाली बता कर सिर का मुंडन किया गया वह युवक नेपाल नहीं वाराणसी का ही स्थानीय रहवासी

Publish: Jul 20, 2020, 01:08 AM IST

वाराणसी। वाराणसी में नेपाल के प्रधानमंत्री ओली के विवादित बयान के एवज में नेपाली युवक के साथ बर्बरता का मामला सामने आया था। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें यह दर्शाया गया था कि ओली के भगवान राम को लेकर दिए विवादित बयान के बदले में यूपी के वाराणसी में एक नेपाली युवक के सिर को जबरन मुंडा दिया गया। और उसके सिर पर जय श्री राम भी लिख दिया। मामले की जांच में जुटी वाराणसी पुलिस के हाथ चौंकाने वाली जानकारी लगी है। दरअसल यह पूरा प्रकरण झूठा साबित हुआ है। 

साफ शब्दों में घटना एकदम सही है लेकिन तथ्य अलग हैं। दरअसल वीडियो में जिस युवक का सिर नेपाली बता कर मुंडाया गया है। वो नेपाली है ही नहीं। युवक सत प्रतिशत भारतीय है। यह खुलासा खुद वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने किया है। एसएसपी ने मीडिया को बताया है कि वीडियो में जिस नेपाली युवक के सिर मुंडाने का दृश्य दिखाया गया है। असल में वो वाराणसी का ही रहवासी है। उसके पास तमाम दस्तावेज़ इस बात की तस्दीक करते हैं कि वह भारतीय है। 

वाराणसी पुलिस का कहना है कि विश्व हिन्दू सेना नामक संगठन ने इस युवक को एक हज़ार रुपए देकर पहले तो सिर मुंडवाने के लिए राज़ी किया। उसके बाद इसका वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर यह बता कर अपलोड किया कि संगठन ने नेपाली प्रधानमंत्री के बयान के विरूद्ध में नेपाली नागरिक पर कार्रवाई की है। पुलिस ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए कुल 6 लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है। हालांकि वीडियो अपलोड करने वाला व्यक्ति विश्व हिन्दू सेना का अध्यक्ष अमित पाठक अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

क्या है मामला?

हाल ही में नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने एक विवादित बयान से हंगामा खड़ा कर दिया था। ओली ने अपने बयान में कहा था कि भगवान राम का जन्म भारत वाले अयोध्या में न हो कर नेपाल के बीरगंज स्थित अयोध्या में हुआ था। इसे लेकर न सिर्फ भारत बल्कि नेपाल में भी विरोध हुआ। लेकिन उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ऐसी घटना सामने आई थी जिसमें खुद को गैर राजनीतिक संगठन बताने वाले विश्व हिन्दू सेना ने वाराणसी में एक नेपाली युवक के साथ प्रधानमंत्री ओली द्वारा दिए गए विवादित बयान के बदले में बर्बरता बरतते हुए जबरन उसके सिर को मुंडा दिया। और उसके सिर पर जय श्री राम लिखा दिया। मामले की जांच में जुटी वाराणसी पुलिस ने अब इस पूरे घटनाक्रम को फर्जी करार दिया है। गौरतलब है कि इस संगठन ने इससे पहले बाकायदा एक पोस्टर जारी करते हुए कहा था कि नेपाली प्रधानमंत्री अपने इस बयान को वापिस लें अन्यथा उनकी इस बयानबाज़ी का अंजाम भारत में रहने वाले नेपालियों को भुगतना पड़ेगा।