दिग्गज कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी का निधन, 72 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

सीताराम येचुरी के निधन से सियासी जगत में शोक की लहर, राहुल गांधी बोले - सीताराम येचुरी जी मित्र थे, मैं हमारे बीच होने वाली लंबी चर्चाओं को याद करूंगा।

Updated: Sep 13, 2024, 10:47 AM IST

नई दिल्ली। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया। उन्होंने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। येचुरी को तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें 19 अगस्त को AIIMS दिल्ली में भर्ती कराया गया था। यहां 25 दिन से उनका इलाज चल रहा था।

सीताराम येचुरी के निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर शोक जताया है। राहुल गांधी ने लिखा, 'सीताराम येचुरी जी मित्र थे। हमारे देश की गहरी समझ रखने वाले भारत के विचार के संरक्षक। मैं हमारे बीच होने वाली लंबी चर्चाओं को याद करूंगा। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।'

CPI(M) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि ‘कॉमरेड सीताराम येचुरी को सांस की नली में गंभीर संक्रमण हुआ था। डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही थी।’ येचुरी ने AIIMS में भर्ती रहते हुए 22 अगस्त को पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री अपने करीबी मित्र बुद्धदेव भट्टाचार्य के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने 6 मिनट 15 सेकेंड के वीडियो संदेश में कहा था, 'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझे AIIMS से ही बुद्धो दा के प्रति भावनाएं प्रकट करना और लाल सलाम कहना पड़ रहा है।'

येचुरी का जन्म चेन्नई में 12 अगस्त 1952 को हुआ था। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बीए और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से एमए किया हुआ है। वो 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़ गए थे। इसके बाद वो 1975 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सदस्य बन गए थे। उनको 1984 में सीपीआई एम की केंद्रीय समिति में शामिल किया गया था। इसके बाद वो 2015 में पार्टी के महासचिव गए थे। वो 2005 में पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्हें वामपंथी राजनीति का प्रमुख चेहरा चेहरा माना जाता है।