कांग्रेस नेता अहमद पटेल की हालत नाज़ुक, गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती

कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले अहमद पटेल लंबे समय से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार हैं, पटेल को गांधी परिवार का सबसे भरोसेमंद चेहरा माना जाता है

Updated: Nov 15, 2020, 10:45 PM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
Photo Courtesy: Amar Ujala

नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद अहमद पटेल गंभीर रूप से बीमार हैं। उन्हें दिल्ली के पास गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उन्हें अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में रखा गया है। अहमद पटेल के बेटे फैज़ल ने यह जानकारी देते हुए लोगों से उनके शीघ्र स्वास्थ्यलाभ के लिए प्रार्थना करने को कहा है।

अहमद पटेल के बेटे फैजल पटेल ने ट्वीट में लिखा है, 'अहमद पटेल के परिवार की ओर से हम यह बताना चाहेंगे कि कुछ हफ्ते पहले उनका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया था। अभी वह बेहतर इलाज के लिए गुड़गांव के मदंता अस्पताल के इंटेंसिव केयर यूनिट में भर्ती हैं। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है और वे लगातार चिकित्सकीय निगरानी में हैं। इस ट्विटर हैंडल के जरिये हम आपको उनके स्वास्थ्य के बारे में सूचना देते रहेंगे। आप सभी से अनुरोध है कि उनके जल्द सेहतमंद होने के लिए प्रार्थना करें।'

 

 

कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पटेल के स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'भारतीय राजनीति के असाधारण व्यक्तित्व अहमद पटेल अपनी सेहत की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं लंबे समय से उनके असाधारण गुणों का प्रशंसक रहा हूं और उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कई बड़ी लड़ाइयां जीती हैं और उम्म्मीद है कि इस जंग में भी जीत उनकी ही होगी।'

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा, 'वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद अहमद पटेल जी के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित हूं। उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए मेरी प्रार्थनाएं और शुभकामनाएं है। दुआ है कि वे शीघ्र स्वस्थ हो जाएं।'

गुजरात कांग्रेस के नेता इमरान खेड़ावला ने ट्वीट कर लिखा, 'गुजरात राजसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हम सबके मार्गदर्शक आदरणीय अहमद पटेल साहब की तबियत नादुरुस्त होने की खबर मिली है। अहमद पटेल साहब जल्द से जल्द ठीक हो ऐसी अल्लाह ईश्वर से मेरी दुआ है।'

10 जनपथ के चाणक्य माने जाते हैं अहमद पटेल

अहमद पटेल को 10 जनपथ यानी कांग्रेस का चाणक्य कहा जाता है। वह कांग्रेस परिवार में सोनिया गांधी के सबसे नजदीकी और भरोसेमंद चेहरा माने जाते हैं और यही क्रम है कि कांग्रेस में गांधी परिवार के बाद पटेल को नंबर दो का नेता भी कहा जाता है। पटेल राज्यसभा सांसद होने के साथ ही लंबे समय से कांग्रेस चीफ सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी हैं। माना जाता है कि सोनिया गांधी को भारतीय राजनीति में स्थापित करने में किसी एक इंसान की भूमिका रही है तो वह अहमद पटेल ही हैं। राजीव गांधी की हत्या के बाद नरसिम्हा राव जैसे बड़े नेताओं के साथ सोनिया के बिगड़ते रिश्तों के बावजूद वह पटेल ही थे जिनकी रणनीति से सोनिया कांग्रेस की सर्वमान्य नेता बन पाई।

गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों से है है पटेल का नाता

अहमद पटेल का संबंध नेहरू-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों से रहा है। कभी इंदिरा गांधी के भरोसेमंद रहे अहमद पटेल आगे चलकर सोनिया गांधी के भी बेहद विश्वस्त सहयोगी रहे और अब पार्टी का युवा नेतृत्व यानी राहुल गांधी भी उनपर उतना ही भरोसा करते हैं। माना जाता है कि कांग्रेस हाईकमान के साथ-साथ अन्य राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं से लेकर इंडस्ट्री लीडर्स तक के बीच में अहमद पटेल की खास पहचान है।

कांग्रेस के सबसे बुरे दौर में भी अहमद ने जीता था चुनाव

कांग्रेस पार्टी जब अपने सबसे बुरे दौर में थी, तब भी अहमद पटेल ने चुनाव जीतकर कांग्रेस की साख बचाई थी। अहमद पटेल साल 1977 में 26 साल की उम्र में भरुच से लोकसभा चुनाव जीतकर उस दौर के सबसे युवा सांसद बने थे। तब देश में आपातकाल के बाद जनता पार्टी के पक्ष में लहर थी। ऐसे में अहमद पटेल का जीतना एक चौंकाने वाली घटना थी।

जब अहमद पटेल ने ठुकराया दिया इंदिरा गांधी का ऑफर

साल 1980 में इंदिरा गांधी ने उस वक्त बिलकुल युवा नेता अहमद पटेल को मंत्री बनने का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने वह प्रस्ताव ठुकरा दिया था। इंदिरा कैबिनेट में मिल रही जगह को ठुकरा देना कोई आसान बात नहीं थी। अहमद पटेल ने तभी कहा था कि वह सरकार की बजाय संगठन में रहकर काम करना ज्यादा पसंद करेंगे। 

आठ बार चुने जा चुके हैं सांसद

अहमद पटेल तकरीबन 45 वर्षों के अपने राजनीतिक करियर में सात बार सांसद चुने गए हैं। वह साल 1977 लेकर 1989 तक लोकसभा सांसद रहे हैं। साल 1993 से लेकर अबतक वे पांच बार राज्यसभा सांसद चुने गए हैं। इस वक्त भी वे गुजरात से राज्यसभा के कांग्रेस सांसद हैं।

कांग्रेस में इन पदों पर रह चुके हैं अहमद पटेल

प्रारंभिक राजनीतिक जीवन में अहमद पटेल 1977 से लेकर 1982 तक गुजरात यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। इसके बाद एक साल के लिए उन्हें एआईसीसी का जॉइंट सेक्रेट्री बनाया गया। साल 1985 में वह पीएम राजीव गांधी के संसदीय सचिव बनाए गए थे। अगले ही साल उन्हें गुजरात कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया। इसके बाद साल 1991 में नरसिम्ह राव की सरकार के कार्यकाल के दौरान उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) में जगह मिली और तब से लेकर अबतक वह CWC में बने हुए हैं।