मेघालय और नागालैंड में वोटिंग जारी, कांग्रेस अध्यक्ष ने बदलाव के लिए मतदान का किया आह्वान
नागालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव के लिए आज सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। मतदान 2,291 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से शुरू हो चुका है जो शाम 4 बजे तक चलेगा।
नई दिल्ली। भारत के नॉर्थ ईस्ट राज्यों नागालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव के लिए आज वोटिंग शुरू हो गई है। नागालैंड में 60 सीटों पर जबकि मेघालय विधानसभा की 59 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं। इस दौरान पोलिंग बूथ पर लंबी कतारें देखी जा सकती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दोनों राज्यों के मतदाताओं से बदलाव के लिए वोटिंग का आह्वान किया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार सुबह एक ट्वीट में लिखा, ‘मेघालय और नागालैंड के लोग प्रगतिशील, कल्याणकारी सरकारों की ओर देख रहे हैं। बेहतर भविष्य के लिए इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए हमारे पहली बार के मतदाताओं का स्वागत करें। मेघालय और नागालैंड के हमारे बहनों और भाइयों से आग्रह है कि बदलाव का एक मौका दें।'
People of Meghalaya and Nagaland are looking towards progressive, welfare-oriented governments.
— Mallikarjun Kharge (@kharge) February 27, 2023
Welcome our first time voters to participate in this democratic process for a better future.
Urge our sisters and brothers of Meghalaya and Nagaland to give change a chance.
बता दें कि नगालैंड में भी 60 सीटें हैं, लेकिन एक सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद 59 सीटों पर ही वोटिंग होगी। यहां भाजपा प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया है। चुनाव के नतीजे 2 मार्च को आएंगे। इस समय दोनों ही राज्यों में भाजपा की गठबंधन की सरकार है। मेघालय में नेशनल पीपल्स पार्टी (NPP) ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। लेकिन इस बार दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।
वहीं, नगालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) और भाजपा गठबंधन की सरकार है। यहां दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। सीटों के बंटवारे के समझौते के तहत एनडीपीपी 40 सीटों पर और बीजेपी 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। नगालैंड की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर त्रिकोणीय मुकाबला है। विपक्षी दल कांग्रेस और नागा पीपुल्स फ्रंट 23 और 22 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह चुनाव के बाद गठबंधन का विकल्प चुन सकती है।