गुजरात में ड्रग्स माफिया को कौन दे रहा संरक्षण, अडानी के पोर्ट से संचालित रैकेट पर बरसे राहुल गांधी

राहुल गांधी ने पूछा है कि एक ही पोर्ट पर 3 बार ड्रग्स बरामद होने के बावजूद, उसी पोर्ट पर लगातार ड्रग्स कैसे उतर रही है? माफिया को कानून का कोई डर नहीं? या ये माफिया की सरकार है?

Updated: Aug 01, 2022, 06:58 AM IST

नई दिल्ली। ड्रग्स के खिलाफ तमाम कार्रवाई के बावजूद गुजराती ड्रग्स माफियाओं का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुजरात में खासकर अडानी के मुंद्रा पोर्ट से आए दिन ड्रग्स के खेप बरामद होते हैं। इसी बीच अब शराबबंदी वाले गुजरात में जहरीली शराब पीने से 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूछा है कि गुजरात में ड्रग्स और शराब माफिया को संरक्षण कौन दे रहा है?

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर बरामद ड्रग्स Sep 21 को 3000 Kg दाम 21000 करोड़, May 22‌ को 56 Kg दाम ₹500 करोड़ और
July 22 को 75 Kg दाम  ₹375 करोड़। डबल इंजन सरकार में बैठे कौन लोग हैं जो लगातार ड्रग्स-शराब माफिया को संरक्षण दे रहे हैं? गुजरात के युवाओं को नशे में क्यों धकेला जा रहा है?'

राहुल गांधी ने पूछा है कि, 'एक ही पोर्ट पर 3 बार ड्रग्स बरामद होने के बावजूद, उसी पोर्ट पर लगातार ड्रग्स कैसे उतर रही है? क्या गुजरात में कानून व्यवस्था ख़त्म है? माफिया को कानून का कोई डर नहीं? या ये माफिया की सरकार है?'

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि, 'गुजरात में एक ही पोर्ट से 3 बार लगभग 22000 करोड़ का ड्रग्स बरामद हुआ। मीडिया में चुप्पी, सरकार में सुस्ती, सरकार की सारी एजेंसियां सन्नाटे में। भाजपा सरकार की नाक के नीचे से माफिया पूरे देश में ड्रग्स बांट रहे हैं। कानून व्यवस्था असहाय है या माफिया से मिलीभगत है?'

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले मुंद्रा पोर्ट के माध्यम से भारत में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी हो रही है। पिछले साल इस पोर्ट से दुनिया के सबसे बड़े ड्रग्स रैकेट के संचालन का भंडाफोड़ हो चुका है। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, नतीजतन धड्डले से ड्रग्स का कारोबार जारी है। बीजेपी शासित गुजरात से संचालित यह ड्रग्स रैकेट न सिर्फ युवाओं के स्वास्थ्य बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।