कल्लू केवट के लड़ुआ लाई बेचने के अंदाज़ ने लुभाया, वीडियो सुनकर मन हुआ मीठा

इंटरनेट पर छा गए सिवनी निवासी कल्लू केवट, फेमस हो रहा उनके लड्डू बेचने का मजेदार अंदाज, लाई लड़ुआ की तारीफ करते हुए बोले मजा ना आए खाने में तो रपट लिखा दो थाने में

Updated: Jan 15, 2022, 02:48 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी निवासी कल्लू केवट का अनोखे अंदाज देख लोगों को बड़ा आनंद आ रहा है। वे अपने ठेठ देसी अंदाज में लाई लडुआ बेच रहे हैं। सल्लारपुर गांव के कल्लू साइकिल पर लाई लड़ुआ बेचने निकले हैं और लोगों को अपनी सुरीली आवाज में गाना गाकर लाई खरीदने का अनुरोध कर रहे हैं। साथ ही वे अपने लड्डुओं की खबियां भी गिनवा रहे हैं। कल्लू के इस वीडियो को हजारो लाइक्स और शेयर मिल चुके हैं।  हर कई इनके लड्डू बेचने का तरीका देख मंत्रमुग्‍ध हो रहा है।

मध्यप्रदेश के गांवों में एक से बढकर एक कलाकार है, जिनमें प्रतिभा कूट-कूट कर भरी है। ये देसी कलाकार अपनी अद्भुत कलाकारी से लोगों का मन मोह लेते हैं।   और सोशल मीडिया के जरिए रातों-रात फेमस हो जाते हैं। अब कल्लू केवट का यह एकदम अनोखा अंदाज लोगों को गुदगुदा रहा है। इनका गाना सुनकर आपका मन भी लड्डू खाने का करने लगेगा। वे गाते हुए कहते हैं कि खाने वाला खाएगा ना खाने वाला पछताएगा, फिर लड्डुआ कैसे पाएगा जब लड्डुआ वाला निकल जाएगा। वे बताते हैं कि ना ये लड्डू तिल के है और ना दूध मलाई के ये हैं लड़ुआ लाई के।

कल्लू के इस अंदाज को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। कल्लू की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है लेकिन उन्हें अपनी गरीबी से कोई शिकायत नहीं है। वे अपना लड्डुओं का धंधा इंज्वाय करते हुए करते हैं। वे लोगों का मन बहलाते हुए उनका मुंह मीठा करते हैं। गांव के लोगों तो यहां तक कहते हैं कि कल्लू के लड्डू के साथ-साथ उनकी जुबान भी बहुत मीठी है। दरअसल कल्लू केवट बुंदेली कविता और गीतों का शौख रखते हैं, इससे पहले 2019 में भी इनका गाया गाना सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।