कैबिनेट से पूछे बगैर लिया गया मनरेगा से जुड़ा फैसला, कांग्रेस देशव्यापी आंदोलन करेगी: राहुल गांधी
मनरेगा सिर्फ एक योजना नहीं थी, बल्कि यह काम के अधिकार पर आधारित एक विचार था। मनरेगा से देश में करोड़ों लोगों को न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित होती थी: राहुल गांधी
नई दिल्ली। दिल्ली में आज कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई दिग्गज शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मनरेगा को बचाने के लिए देशव्यापी संघर्ष का ऐलान किया है। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि यह फैसला PMO ने कैबिनेट से पूछे बगैर लिया है।
राहुल गांधी ने कहा, 'मनरेगा सिर्फ एक योजना नहीं थी, बल्कि यह काम के अधिकार पर आधारित एक विचार था। मनरेगा से देश में करोड़ों लोगों को न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित होती थी। मनरेगा पंचायती राज में सीधा राजनीतिक हिस्सेदारी और फाइनेंस सपोर्ट का साधन था। मोदी सरकार अधिकारों के विचार और संघीय ढांचे पर हमला कर रही है। मोदी सरकार राज्यों से पैसा छीन रही है। यह सत्ता का केन्द्रीकरण और फाइनेंस का केन्द्रीकरण है। इससे देश और गरीब जनता को नुकसान है।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'यह फैसला सीधे प्रधानमंत्री दफ्तर से लिया गया है और मंत्री, कैबिनेट से बिना पूछे यह फैसला लिया गया है। इससे पता चलता है कि देश में वन मैन शो चल रहा है। जो भी नरेंद्र मोदी करना चाहते हैं, वो करते हैं, जिसका फायदा चंद पूंजीपतियों को होता है। आप देखना नरेंद्र मोदी ने जो फैसला लिया है, वह तबाह हो जाएगा।'
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि CWC की बैठक में सर्वसम्मती से ये फैसला लिया गया है कि 5 जनवरी से कांग्रेस पार्टी मनरेगा बचाने की शपथ लेगी और इसके लिए एकजुट होकर आंदोलन किया जाएगा। खड़गे ने स्पष्ट किया कि मनरेगा कोई साधारण सरकारी योजना नहीं, बल्कि संविधान से मिला काम का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ग्रामीण मजदूरों के सम्मान, रोजगार, मजदूरी और समय पर भुगतान के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाने की साजिश की जा रही है, जिसका लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा बचाना केवल एक योजना को बचाना नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र में लोगों के भरोसे को बचाने की लड़ाई है। खड़गे ने कहा कि कांग्रेस गांवों की आवाज उठाने और कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कई बार मनरेगा और गरीबों के अधिकारों को लेकर संसद में आवाज उठाई है।




