Amit Shah : सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए

Amit Shah Virtual Rally : जन संवाद रैली में ममता सरकार पर साधा निशाना, सरकार के काम काज का हिसाब मांगा

Publish: Jun 10, 2020, 02:31 AM IST

Photo courtesy : aajtak
Photo courtesy : aajtak

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल में जन संवाद रैली के दौरान ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह ममता सरकार के कामकाज, बंगाल में बढ़ती हिंसा, भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या, आयुष्मान भारत योजना को बंगाल में न लागू करने जैसे मुद्दों पर बोले। अमित शाह ने मशहूर कवि दुष्यंत कुमार की कविता पढ़कर बंगाल में परिवर्तन का आह्वान किया। अमित शाह ने कहा, 'हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए/ इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए/ सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए...।'

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री बिहार और ओडिशा में जन संवाद रैली करने के बाद आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे थे। अमित शाह ने अपनी जन संवाद रैली के दौरान प्रदेश की ममता सरकार की कार्य प्रणाली को जम कर कोसा।

ममता सरकार ने राज्य में लोकतंत्र की हत्या कर दी

अमित शाह ने वर्चुअल रैली के दौरान ममता सरकार के ऊपर राज्य में लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। शाह ने बनर्जी पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाते हुए कहा कि - ' एक तरफ जहां देश में लोकतंत्र की जड़ें मज़बूत हो रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में ममता सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली हुई है। अमित शाह ने आगे कहा कि 2014 के बाद से बंगाल में भाजपा के 100 कार्यकर्ताओं राजनीतिक हत्या की गई है।

केंद्र की आयुष्मान भारत योजना को राज्य में लागू नहीं किया

अमित शाह ने रैली के दौरान ममता सरकार से राज्य में केंद्र की 'आयुष्मान भारत' योजना न लागू करने पर तीखे सवाल किए। अमित शाह ने कहा - 'क्या राज्य के लोगों को मुफ्त इलाज कराने का हक नहीं है? तो फिर क्यों राज्य में आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया गया?

कम्युनिस्टों का शासन ममता सरकार से बेहतर था

गृह मंत्री अमित शाह ने रैली के दौरान ममता सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता सरकार के शासन से तो बंगाल में कम्युनिस्टों का शासन था। गौरतलब है कि ज्योति बसु के नेतृत्व में बंगाल में एक लंबे अरसे तक लेफ्ट का दबदबा रहा था। बंगाल में लेफ्ट ने करीब 34 वर्षों तक शासन किया था। जिसे ममता बनर्जी सत्ता से बेदखल कर 2011 में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुई थीं।

ममता ने पत्रकारों को खिलाफ कार्रवाई की

अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान ममता सरकार पर पत्रकारों के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज कराने का आरोप लगाया। अमित शाह ने कहा कि ममता सरकार ने पत्रकारों की आवाज़ दबाने के लिए पत्रकारों के ऊपर फर्जी एफआईआर दर्ज करवाया, ताकि पत्रकार उनके खिलाफ लिखना छोड़ दें। गौरतलब है कि अभी हाल ही में भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार ने दिल्ली क्राइम ब्रांच में वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। रेखांकित करने योग्य यह आंकड़ा भी है जिसमें ' रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ' की ओर से जारी की गई 2020 की ' प्रेस फ्रीडम इंडेक्स ' में, दुनिया भर में भारत 142वें स्थान पर है।