IPL 2020: खिलाड़ियों की हफ्ते में 2 बार कोरोना जांच   

BCCI: सितम्बर से नवंबर तक यूएई में संभावित आईपीएल के लिए तैयार हुआ प्लान, दिवाली पर 10 नवंबर को फाइनल मैच पर विचार

Updated: Jul 31, 2020, 12:35 AM IST

मुंबई। यूएई में संभावित आईपीएल के दौरान आईपीएल में हिस्सा लेने वाले क्रिकेटरों को दो हफ्तों में चार बार कोरोना जांच करानी होगी। इतना ही नहीं आईपीएल फ्रेंचाइजी के टीम होटल के सभी स्टाफ की भी कोरोना जांच होगी। आईपीएल फ्रेंचाइजी को पूरे टूर्नामेंट के लिए एक ही होटल एलॉट किया जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सितम्बर नवंबर में यूएई में संभावित आईपीएल के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है। जल्द ही इस प्लान पर आधिकारिक मुहर लग सकती है। 

क्या है आईपीएल का पूरा प्लान ? 

कोरोना के ख़तरे को देखते हुए बीसीसीआई ने आईपीएल में खेल रहे सभी खिलाड़ियों की दो हफ्ते में चार बार कोरोना जांच की योजना तैयार की है। जो कि खिलाड़ियों की फ्रेंचाइजी के जिम्मे होगा। इसके साथ ही फ्रेंचाइजी को आईपीएल का पूरा खर्च स्वयं वय्य करना होगा। बीसीसीआई या आईपीएल कमेटी की ओर से कोई भी आर्थिक सहयोग अपेक्षित नहीं होगा।

क्रिकेट मैदान के लिए क्या होंगे नियम? 

बीसीसीआई ने आईपीएल के लिए जो योजना तैयार की है। उसमे सबसे महत्वपूर्ण क्रिकेट स्टेडियम है। क्योंकि खेल वहीं खेला जाना है। स्टेडियम में आईपीएल का आयोजन बिना दर्शकों के ही किया जाएगा। बताया जा रहा है कि ड्रेसिंग रुम में 15 से ज़्यादा खिलाड़ियों को रहने की अनुमति नहीं मिलेगी। वहीं स्टूडियो में खेल की कमेंट्री कर रहे कॉमेंटेटरों को 6 गज़ की दूरी बरक़रार रखना अनिवार्य रहेगा। खेल खत्म होने के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में भी शामिल सभी व्यक्तियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। 

होटलों के लिए क्या नियम होंगे?

बीसीसीआई ने तय किया है कि आईपीएल की पूरे टूर्नामेंट के दौरान प्रत्येक को एक ही होटल एलॉट किया जाएगा। इसके साथ ही कोरोना के ख़तरे को दृष्टिगत रखते हुए होटल में कार्यरत सभी स्टाफ को पहले अपनी कोरोना जांच करानी होगी। रेखांकित करने योग्य बात यह है कि टूर्नामेंट समाप्त होने तक होटल के स्टाफ तक बदले नहीं जा सकेंगे।

खिलाड़ियों के परिवार पर अंतिम फैसला फ्रेंचाइजी का होगा 

बीसीसीआई ने अपनी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर में यह तय किया है कि टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के साथ उनका परिवार रहेगा या नहीं इस पर आखिरी निर्णय आईपीएल फ्रेंचाइजी का ही होगा। हालांकि बीसीसीआई ने यह साफ कर दिया है कि किसी को भी बायो बब्बल तोड़ने की इजाज़त नहीं होगी। मसलन खिलाड़ियों के परिजनों को एक बार साथ छोड़ने के बाद टूर्नामेंट के दौरान खिलाड़ियों के साथ जुड़ने की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। टूर्नामेंट के दौरान होटल स्टाफ से लेकर टीम ड्राइवर तक बदले नहीं जा सकेंगे। 

50 फीसदी दर्शकों के साथ हो सकता है आईपीएल

आईपीएल के लिए प्रस्तावित योजना के अनुसार फिलहाल टूर्नामेंट का आयोजन बिना दर्शकों के ही किया जाना है। लेकिन एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड स्टेडियम में 50 फीसदी दर्शकों के साथ टूर्नामेंट को आयोजित करने पर विचार कर रहा है। ईसीबी लगातार इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए प्रयास भी कर रही है। जानकारों के मुताबिक अगर आईपीएल का आयोजन 50 फीसदी दर्शकों के साथ होता है तो बीसीसीआई लगभग 250 करोड़ रुपए की गेट मनी के होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। इस गेट मनी से आईपीएल की प्रत्येक फ्रेंचाइजी के खाते में 15 से 20 करोड़ रुपए आते हैं। 

वहीं विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स बीसीसीआई के सूत्रों के हवाले से यह दावा कर रहे हैं कि बीसीसीआई खुद स्टेडियम में 50 फीसदी दर्शकों के साथ टूर्नामेंट कराना चाहती है। लेकिन बीसीसीआई खिलाड़ियों की सुरक्षा की कीमत पर ऐसा कदम नहीं उठाएगी। बीसीसीआई के सूत्र कह रहे हैं कि स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी को लेकर बातचीत अभी जारी है। इस संबंध में भी जल्द ही फैसला हो जाएगा। 

19 सितम्बर से 8 नवम्बर के बीच होगा IPL 

कोरोना महामारी की वजह से आईपीएल के 13 वें संस्करण का आयोजन यूएई में संभावित है। आईपीएल 19 सितम्बर से 8 नवम्बर के बीच आयोजित किया जाना है। इसी बीच खबर यह है कि आईपीएल का फाइनल अब 8 नवंबर की जगह 10 नवंबर को खेला जा सकता है। कहा जा रहा है कि ब्रॉडकास्टर्स दीवाली के सप्ताह का फायदा उठाना चाहते हैं। इसलिए आईपीएल के फाइनल की तिथि को वो आगे खसकाने के लिए कह रहे हैं। इस वर्ष दीवाली का त्यौहार 14 नवंबर को मनाया जाना है।

ईसीबी ने आईपीएल के आयोजन के संबंध में बीसीसीआई को हाल ही में आधिकारिक प्रस्ताव भी भेज दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इसके लिए एसओपी भी तैयार कर ली है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आईपीएल के आयोजन और उसकी योजना को 2 अगस्त को होने वाली आईपीएल के संचालन परिषद में अंतिम रूप दे दिया जाएगा।