क्विंटन डी कॉक ने लिया संन्यास, टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है, डी कॉक के अचानक संन्यास लेने के फैसले की वजह अभी सामने नहीं आई है

नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज क्विंटन डी डॉक अब सफेद कपड़ों में अपनी टीम के लिए खेलते नज़र नहीं आएंगे। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास का ऐलान कर दिया है। डी कॉक के अचानक संन्यास लेने के फैसले ने हैरान कर दिया है। हालांकि क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने डी कॉक के हवाले से जारी बयान में कहा है कि डी कॉक जल्द ही पिता बनने वाले हैं और वह अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं।
BREAKING: #Proteas wicket-keeper batsman, Quinton de Kock has announced his retirement from Test cricket with immediate effect, citing his intentions to spend more time with his growing family.
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) December 30, 2021
Full statement: https://t.co/Tssys5FJMI pic.twitter.com/kVO8d1e0Ex
डी कॉक भारत के खिलाफ खेली जारी टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी टीम का हिस्सा थे। लेकिन वे अगले दो टेस्ट मैचों में टीम के साथ नहीं रहने वाले थे। डी कॉक पैटरनिटी लीव के कारण दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए अनुपलब्ध थे।
क्विंटन डी कॉक टेस्ट फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीका के अस्थाई कप्तान के तौर पर कप्तानी कर चुके थे। डी कॉक ने कुल चार टेस्ट मैचों में प्रोटियाज का प्रतिनिधित्व किया था। इस दौरान दक्षिण अफ्रीकी टीम को दो टेस्ट मैचों में जीत मिली थी, जबकि दो टेस्ट मैचों में अफ्रीकी टीम को हार झेलनी पड़ी थी। श्रीलंका के खिलाफ खेली गई दो टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज में डी कॉक की कप्तानी में अफ्रीकी टीम ने दो मैचों में जीत दर्ज की। वहीं उनकी कप्तानी में अफ्रीकी टीम पाकिस्तान के हाथों दो मैच हार गई।
डी कॉक ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 में की। डी कॉक ने अपने टेस्ट करियर में कुल 54 मुकाबले खेले। जिसमें 38.82 की औसत से 3300 रन बनाए। डी कॉक ने अपने टेस्ट करियर में कुल 6 शतक जोड़े। डी कॉक ने अपना पहला शतक सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में जड़ा था और इसी मैदान में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच भी खेला। डी कॉक ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए नाबाद 129 रन बनाए थे। डी कॉक की शतकीय पारी के बदौलत अफ्रीकी टीम ने इंग्लैंड पर 280 रनों की बड़ी जीत हासिल की थी।