Arati Saha: गूगल ने डूडल बना कर भारत की जलपरी आरती साहा को किया जयंती पर याद

Google Doodle: गूगल ने पद्मश्री आरती साहा को डूडल के जरिए याद किया, भारत की जलपरी आरती साहा थीं इंग्लिश चैनल पार करने वाली भारत और एशिया की पहली महिला

Updated: Sep 24, 2020, 10:10 PM IST

गूगल देश विदेश की जानी मानी हस्तियों को अपने डूडल के जरिए अक्सर याद करता है। आज 24 सितंबर को गूगल ने अपने डूडल में भारतीय तैराक को जगह दी है। गूगल ने इंग्लिश चैनल पार करने वाली तैराक आरती साहा का डूडल बनाया है। जिस दौर में महिलाओं को खुलकर बात करने तक की आजादी नहीं थी, तब रुढ़ीवादी परंपराओं को तोड़ते हुए आरती साहा ने तैराकी को करियर के रूप में चुना और देश का मान बढ़ाया। 

हिन्दुस्तानी जलपरी का नाम से मशहूर आरती साहा गुप्ता का जन्म 24 सितंबर 1940 को कोलकाता में हुआ था। आरती के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। वे इंग्लिश चैनल पार करने वाली देश की पहली महिला तैराक थीं। आरती साहा की 80वीं जयंति पर 24 सितंबर को गूगल ने उन्हे इंग्लिश चैनल को पार करते हुए दिखाया है। डूडल में उनकी तस्वीर को कंपास के साथ दिखाया गया है। आरती की यह तस्वीर कोलकाता की आर्टिस्ट लावण्या नायडू ने तैयार किया है। देश का गौरव बढ़ाने वाली महिलाओं में आरती साहा का नाम सम्मान के साथ याद किया जाएगा।

 4 साल की उम्र से हुई तैराकी की शुरुआत

आरती ने महज 4 साल की छोटी सी उम्र में ही तैराकी करना शुरु कर दिया था। सचिन नाग ने आरती को स्वीमिंग की ट्रेनिंग दी थी। उन्होंने हुगली नदी में तैराकी सीखी थी। आरती ने साल 1949 में अखिल भारतीय रिकॉर्ड समेत कई राज्य स्तरीय स्वीमिंग कम्पटीशन में भाग लिया, और जीत भी हासिल की। आरती ने पांच साल की छोटी सी उम्र ही पहला गोल्ड मेडल हासिल कर लिया था। 11 साल की उम्र तक आते-आते आरती ने स्वीमिंग के बहुत से रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। अपने करियर में आरती ने 1945 से 1951 के बीच ही 22 इनाम जीत लिए थे।

इंग्लिश चैनल पार करने वाली पहली एशियाई महिला हैं आरती

आरती ने 12 साल की उम्र में 1952 में फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में समर ओलंपिक में पार्टीसिपेट किया था। यहां आरती भारतीय टीम की चार महिलाओं में से एक थीं। आरती ने 18 साल की उम्र में इंग्लिश चैनल को पार करने की कोशिश की उनका पहला प्रयास असफल था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी अपनी दूसरी कोशिश में वह इंग्लिश चैनल पार करने में कामयाब हो गईं। यह कारनामा करने वाली पहली एशियाई महिला बनीं। यह कारनामा माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के बराबर माना जाता है। आरती ने केप ग्रिस नेज़, फ्रांस से सैंडगेट, इंग्लैंड तक 42 मील तक स्वीमिंग की थी।

पद्मश्री सम्मान पाने वाली देश की पहली महिला आरती साहा

आरती साहा को भारत सरकार ने 1960 में पद्मश्री से सम्मानित किया था। यह सम्मान पाने वाली देश की पहली महिला आरती ही थीं, उनसे पहले किसी महिला को पद्मश्री सम्मान नहीं मिला था। आरती ने देश की प्रतिस्पर्धी तैराकों में से एक हैं। 1998 में आरती के नाम पर एक डाक टिकट भी जारी किया गया था। 23 अगस्त 1994 को आरती साहा का निधन हुआ था। वे पीलिया से पीड़ित थीं।