चंद सेकंड में जमींदोज हो गई गगनचुंबी चिमनी, कोरबा के पॉवर प्लांट को किया गया डिस्मेंटल

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बंद पड़े एक पावर प्लांट की गगनचुंबी चिमनी को डिस्मेंटल कर दिया गया, इस दौरान धूल का ऐसा गुबार उठा जिसके कारण कुछ समय के लिये 100 मीटर तक कि विज़िबिलिटी शून्य हो गयी थी।

Updated: Oct 15, 2022, 10:07 AM IST

कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बंद पड़े एक पावर प्लांट की गगनचुंबी चिमनी चंद सेकंड में जमींदोज हो गई। दरअसल, कंपनी पर कर्ज बढ़ने के कारण इस संयंत्र को बंद करना पड़ा था। शनिवार को संयंत्र के एक चिमनी को डिस्मेंटल कर दिया गया।

दरअसल, कोरबा के छुरीकला गांव के समीप वंदना पावर प्लांट स्थापित की गई थी। साल 2008–9 में लगभग 700 एकड़ से अधिक भूमि का अधिग्रहण दिया गया था। इसमें 1050 मेगावाट क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करने की योजना थी। पहले चरण में 35 मेगावाट की एक इकाई स्थापित की गई थी। लेकिन 4 माह के अंदर ही यूनिट बंद हो गई।

इस दौरान कंपनी पर कर्ज बढ़ता गया और आखिरकार संयंत्र को पूरी तरह बंद करना पड़ा। यहां दो चिमनियां बनाई गई थी, जिसमें से एक चिमनी को आज डिस्मेंटल कर दिया गया। बताया गया कि नए निर्माण कार्य के लिए पुरानी इमारतों को ढहाया जा रहा है।

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चिमनी को जब डिस्मेंटल किया गया तब विशेषज्ञों की टीम और पुलिस के मौके पर मौजूद रही। चिमनी के ढहाए जाने के दौरान धूल का ऐसा गुबार उठा जिसके कारण कुछ समय के लिये 100 मीटर तक कि विज़िबिलिटी शून्य हो गयी थी। इस दौरान आस पास के कुछ ग्रामीणों के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए। जिससे विवाद की स्थिति बन गई।

विवाद की सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। कंपनी के अफसरों द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को क्षतिपूर्ति राशि दिए जाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ। बता दें कि कर्ज में डूबे वंदना पॉवर प्लांट की संपत्ति को बैंक ने 17 अगस्त 2015 को जब्त कर लिया था। साथ ही भूमि का लीज, रेंट चुकता नहीं करने के कारण इसका लीज निरस्त कर दिया गया था।