दोनों आका भी सुन लें, किसी को नहीं बख्शेंगे, हेट स्पीच मामले में CM भूपेश बघेल की खुली चेतावनी
राष्ट्रपिता को गाली देने वाले कालीचरण की बढ़ी मुश्किलें, छत्तीसगढ़ सीएम ने स्पष्ट कहा कि बख्शा नहीं जाएगा, राहुल गांधी ने कहा शरीर को खत्म कर सकते हैं विचार को नहीं

रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली देने वाले कथित संत कालीचरण की मुश्किलें बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट कहा है कि उसे बख्शा नहीं जाएगा। इतना ही नहीं भूपेश बघेल ने बिना नाम लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री को भी निशाने ओर लिया है। बघेल ने ललकारते हुए कहा है कि पाखंडियों के दोनों आका भी सुन लें, वो अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।
सीएम बघेल ने ट्वीट किया, 'बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है। उनके आका भी दोनों सुन लें.. भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा... न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।' बघेल ने एक अन्य ट्वीट में एफआईआर की कॉपी साझा कर बताया है की कालीचरण के खिलाफ IPC की धारा 505(2) और 294 के तहत कार्रवाई की गई है।
बापू को गाली देकर, समाज मे विष वमन करके अगर किसी पाखंडी को लगता है कि वो अपने मंसूबों में कामयाब हो जाएंगे, तो उनका भ्रम है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 27, 2021
उनके आका भी दोनों सुन लें..
भारत और सनातन संस्कृति दोनों की आत्मा पर चोट करने की जो भी कोशिश करेगा... न संविधान उसे बख्शेगा, न जनता उन्हें स्वीकार करेगी।
पाखंडियों की दुकान बंद हो रही: सीएम बघेल
भूपेष बघेल ने एक अन्य ट्वीट में गोडसे समर्थक कालीचरण को हिंदुत्ववादी और गांधी के खिलाफ बयानबाजी के कारण मंच छोड़ने वाले संत रामसुंदर दास को हिंदू बताया है। उन्होंने लिखा है कि, 'चूहों के बिल में अगर पानी डालो तो एक साथ छटपटा कर बाहर भागते हैं, अफरा तफरी मच जाती है।राहुल गांधी जी ने देश के सामने 'हिन्दू' और 'हिंदुत्ववादी' का जबसे अंतर स्पष्ट किया है, हिंदुत्ववादियों की टोली में अफरा-तफरी मच गई है। इन पाखंडियों की वर्षों की नफरत की दुकान बंद हो रही है।'
चूहों के बिल में अगर पानी डालो तो एक साथ छटपटा कर बाहर भागते हैं, अफरा तफरी मच जाती है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 27, 2021
राहुल गांधी जी ने देश के सामने 'हिन्दू' और 'हिंदुत्ववादी' का जबसे अंतर स्पष्ट किया है, हिंदुत्ववादियों की टोली में अफरा-तफरी मच गई है।
इन पाखंडियों की वर्षों की नफरत की दुकान बंद हो रही है। pic.twitter.com/QkiJo3RE4c
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राहुल गांधी का भी ट्वीट सामने आया है। उन्होंने महात्मा गांधी को कोट करते हुए लिखा है कि, “आप मुझे बेड़ियों से जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को ख़त्म भी कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को क़ैद नहीं कर सकते।”
“आप मुझे बेड़ियों से जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को ख़त्म भी कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को क़ैद नहीं कर सकते।”
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 27, 2021
- महात्मा गांधी#GandhiForever
बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों में इन दिनों हिंदू धर्म संसद आयोजित हो रहे हैं और धर्म की रक्षा के नाम पर हेट स्पीच दिए जा रहे हैं। हरिद्वार का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर धर्म संसद के दौरान कालीचरण ने न केवल महात्मा गांधी को गालियां दी बल्कि हत्यारे गोडसे को नमन भी किया। कालीचरण ने कहा, 'कि गांधी ने देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। देश का राजा ऐसा होना चाहिए जो कट्टर हिंदूवादी हो।' कालीचरण ने इस दौरान इस्लाम व महिलाओं को लेकर भी अपशब्द बोले।
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खास बात ये है कि धर्म संसद के इसीमंच से कालीचरण के जहरीले बोल की आलोचना भी हुई। दूधाधारी मठ के महंत व गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने खुद को इस आयोजन से अलग भी कर लिया। उन्होंने कहा कि, 'यह कार्यक्रम अपने उद्देश्य से भटक गया है। आजादी के लिए सबकुछ बलिदान करने वाले महात्मा गांधी को देशद्रोही बताया जा रहा है। मुझे खेद है कि आयोजकों ने इसपर तत्काल आपत्ति नहीं ली। मैं खुद को इस आयोजन से अलग करता हूं।' इतना कहकर दास अपने शिष्यों व अन्य संतों के साथ वहां से निकल गए।